Jabalpur News: वेयर हाउस संचालक ने किसानों को लगाया डेढ़ करोड़ का चूना, एक शिकायत से खुल गई पोल

Jabalpur News: Warehouse operator defrauded farmers of Rs 1.5 crore, a complaint exposed

Jabalpur News: वेयर हाउस संचालक ने किसानों को लगाया डेढ़ करोड़ का चूना, एक शिकायत से खुल गई पोल

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। चरगवां के बढ़ैयाखेड़ा स्थित वेयर हाउस के संचालक ने एक सैकड़ा से अधिक किसानों को डेढ़ करोड़ से ज्यादा का चूना लगा दिया। उसने उपार्जित अमानक चना वापस करने की जगह उसमें खेल कर दिया। किसानों के खाते में जब राशि नहीं आई तो उनमें से एक किसान ने शिकायत की और जब जांच शुरु हुई तो वेयर हाउस संचालक की पूरी करतूत सामने आ गई। पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि सहायक संचालक कृषि, किसान कल्यापण एवं कृषि विकास रवि आम्रवंश ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि हल एग्री फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जित चना अमानक घोषित के बावजूद भी 110 किसानों को 3162 क्विंटल चना वापस नहीं किया और उनके साथ 1,68,69,270 रुपए की धोखाधड़ी  कर अवैध लाभ खुद अर्जित कर लिया। उन्होंने बताया कि  वर्ष 2023-24 में चना खरीदी के कुछ माह बाद सीएम समाधान आॅनलाइन में  जेलू सिंह पटेल ने शिकायत की।

शिकायत में बतायाकि कृषक हीरालाल किसान कोड न.- 222330028288 की चने के भुगतान की राशि की कीमत 1 लाख 670 रुपए उनके खाते में नहीं आई है। इसके बाद जिला विपणन अधिकारी, मार्कफेड द्वारा अवगत कराया गया है कि मयंक वेयरहाउस चरगवां में भंडारित 5078 बोरी 2539 क्विंटल चना को नॉन एफएक्यू घोषित करने के कारण रिजेक्टि किया गया है। इसलिए भुगतान नहीं हुआ है साथ ही इस बात से भी अवगत कराया कि  हल एग्री फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड  द्वारा  रिजेक्ट किया हुआ चना कृषकों को वापस करने की जानकारी दी गई है।


शिकायत मिलने से कुछ गड़बड़ी का शक होने के बाद रवि आम्रवंशी सहायक सचालक कृषि, हीरेन्दग सिंह जिला विपणन अधिकारी, एसआर निमोदा जिला प्रबंधक,  कुंजन सिंह राजपूत कनिष्ठआपूर्ति , आभा शर्मा कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को शामिल कर जांच दल का गठन किया गया। टीम ने मयंक वेयरहाउस, बढ़ेयाखेड़ा चरगवां पहुंचकर जांच शुरु की। जांच के दौरानसंचालक नरेंद्र सिंह तोमर को बुलाया गया, लेकिन उन्होंने अपने प्रतिनिधि को भेज दिया, जो कि हर प्रश्नर का संदिग्ध उत्तर दे रहा था।

जांच में खुलासा हुआ कि 110 कृषकों से 6324 बोरियों में3162 क्विटल चना क्रय किया गया है। सूची में कृषकों के मोबाइल नम्बर दर्ज नहीं थे। फर्म के द्वारा कृषकों को वापिस किए गए चना की पावतियां भी प्रस्तुत की गई लेकिन मिलान में अंतर समझ में आया। जो पावतियां मिली वे हस्तलिखित थी और 899 क्विंटल चने की वापसी के कोई प्रमाण नहीं मिले। जिसके बाद थाने पहुंचकर पूरी घटना से पुलिस को अवगत कराते हुए प्रकरण दर्ज कराया गया। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास शुरु कर दिए हैं।