Jabalpur News: वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ जबलपुर में भी सड़क पर आया मुस्लिम समाज
Jabalpur News: Muslim community also came on the streets in Jabalpur against the Waqf Amendment Bill

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। रविवार को जबलपुर में मुस्लिम समाज के हजारों लोग सड़कों पर उतर वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मुफ्ती ए आज़म मध्यप्रदेश हज़रत मौलाना डाॅ. मुहम्मद मुशाहिद रज़ा कादरी की कयादत व शहर के तमाम उलेमाए इकराम की मौजूदगी में मण्डी मदार टेकरी मैदान में काफी बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए।
मुस्लिम समाज के लोग हाथों में तख्तियां लिए थे, जिनमें कई नारे लिखे थे, जैसे- सरकार वक्फ कानून वापस ले, हम वक्फ कानून का विरोध करते हैं। इस मौके पर मुफ्ती ए आज़म मध्यप्रदेश हज़रत मौलाना डाक्टर मुहम्मद मुशाहिद रज़ा कादरी ने लोगों को खिताब करते हुए कहा कि सरकार को हमारी भावनाओं का सम्मान करते हुए वक्फ संशोधन बिल को वापस लेना होगा।
उन्होंने कहा हमारे पूर्वजों ने अल्लाह की राह में जो सम्पत्ति दान कर दी है, उसमें सरकार का दखल ठीक नहीं है। वरिष्ठ समाजसेवी हाजी मुहम्मद कदीर सोनी एवं वरिष्ठ समाज़ सेवी हाजी गुलाम मोहम्मद भूरे पहलवान ने लोगों को खिताब करते हुए कहा कि हमें वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ एकजुट होकर आगे आना होगा। वहीं अनेक कई वक्ताओं ने सभा को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर कांग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा, मुफ्ती नईम अख्तर मिस्बाही , मुफ्ती अकबर मिस्बाही, मुफ्ती अब्दुल रहमान , मुफ्ती अब्दुल फ़रीद, मुफ्ती फैजान , मौलाना महताब आलम एवं अनेक मस्जिदों के इमाम , सरदार हाजी हकीम बाबा , अध्यक्ष अमीन कुरैशी, सरवर अकबर खान , पप्पू वसीम , ताहिर खान , अशरफ मंसूरी , शाकिर हुसैन कुरैशी, पार्षद गुलाम हुसैन , पार्षद याकूब अंसारी , पार्षद वकील अंसारी , पार्षद अख्तर अंसारी , पार्षद शफीक हीरा , पार्षद नवी अहमद गुड्डू , पार्षद कलीम खान , पार्षद सरफराज खान , पार्षद मतीन अहमद , पार्षद प्रतिनिधि ताहिर अली , पत्रकार तालिब हुसैन, पत्रकार कलीम खान , हाजी मक़बूल रज़वी, गुड्डू राईन , बहार अंसारी, जानी खान , हाजी सलीम खान , आज़म अली खान , एडवोकेट सलीम खान , निहाल मंसूरी, नायब कुरैशी, आबिद मंसूरी, हाजी इसलाम कुरैशी, शाबान मंसूरी, आरिफ़ हसन सिद्दीकी , परवेज़ अख्तर, मज़हर उस्मानी , आशिफ इक़बाल , तौसीफ चंकी, हारून खान , टीपू राईन , मुन्ना बाबू कुरैशी, चांद कुरैशी, शादाब अंसारी एवं शहर के आसपास के बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहे।