Jabalpur News: लेडी एल्गिन हाॅस्पिटल के सफाई कर्मी हड़ताल पर, ठेकेदार ने नहीं दिया महीनों से वेतन... प्रसूताओं को मेडिकल किया रेफर
Jabalpur News: Cleaning workers of Lady Elgin Hospital are on strike, contractor has not paid salary for months... Pregnant women were referred to medical

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। संभाग के सबसे बड़े प्रसूता नर्सिग अस्पताल रानी दुर्गावती चिकित्सालय एलिगन अस्पताल में आज सुबह से सारी व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई। दरअसल यहां पर आउटसोर्स से काम कर रहे सफाई व सपोर्ट कर्मचारियों को बीते तीन माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण शनिवार की सुबह सभी सफई कर्मचारी जिनमें 50 से अधिक महिला कर्मचारियों और करीब एक दर्जन पुरुष कर्मचारियों ने काम बंद कर हड़ताल पर बैठ गए।
उनका कहना था कि जब तक उन्हे उनका वेतन नहीं दिया जाता तब तक वह काम नहीं करेंगे। इधर काम नही करने से अस्पाताल की व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई हैं। सुबह से होने वाली वार्डो, गलियारों, लेट्रिन-बाथरुम आदि की साफ-सफाई नही होने से मरीज परेशान हो गए। अस्पातालों के छोटे-छोटे काम जो कि यही कर्मचारी संभालते हैं वह भी अटक गए।
लेबर रुम और ओटी की व्यवस्थाएं भी बिगड़ गई इंफैक्शन फैलने के डर से अस्पताल प्रबंधन ने प्रसूताओं को मेडिकल रेफर कर दिया है। इधर, सफाई कर्मी प्रतिभा साहू ने बताया कि बीते तीन माह से वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों के घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। घर चलाना मुश्किल हो गया है। कई बार अस्पताल प्रबंधन और ठेकेदार के समक्ष गुहार लगाई जा चुकी है मजबूरी होकर आज काम बंद करना पड़ा।
हड़ताल में गई सरला, रजनी, मीरा,वंदना,चंदा, सुरेखा,लता, कविता अंकिता सहित कई महिलाओं व पुरुषों ने बताया कि वेतन नहीं दिए जाने के कारण कर्ज लेकर काम चलना पड़ रहा है। बच्चों के स्कूल की फीस नहीं दे पा रहे हैं। किराना,राशन आदि की भारी परेशानी हो रही है।आउटसोर्स से जो कम्पनी मैन पावर के लिए काम कर रही है। उसका संचालक ग्वालियर का रहने वाला है। बताया जाता है कि प्रकाश मिश्रा नामक ठेकेदार ने यह ठेका लिया है।
रानी दुर्गावती चिकित्सालय की अधीक्षिका डॉ.नीता पाराशर का कहना है कि तीन माह से वेतन न मिलने के कारण कर्मचारी हड़ताल पर है इस सम्बंध में मैंने कइ बार सीएमएचओ कार्यालय को पत्र लिख चूकी हूं। आज सुबह सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप्प हो चुकी है। ओटी चालू नहीं की गई है संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रसूताओं को मेडिकल रेफर किया गया है।
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सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा ने कहा कि वेतन देने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है। उसने मुझसे कहा था कि एक माह का वेतन का दे देगा वह भी नहीं दिया है और फोन स्विच आफ कर दिया है। कभी-कभार सरकार का पैसा लेट-लतीफी के कारण भुगतान नहीं हो पाता है लेकिन ठेकेदार से किए गए अनुबंध में यह शर्त होती है कि वह कर्मचारियों को वेतन उसे हर हालत मेें देना होगा। इस सम्बंध में उसे नोटिस दिया जाएगा।