Jabalpur News: हड़ताल में साथ छोड़ने वाले वीरेंद्र के खिलाफ ‘अविश्वास’, RDVV कर्मचारी संघ ने अध्यक्ष को हटाने कुलगुरु को दिया पत्र

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (RDVV) शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ का राजनैतिक माहौल काफी गर्माया हुआ है। दरअसल, 20 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी संघ ने सितंबर माह में कार्य का बहिष्कार का ऐलान किया था। लेकिन आंदोलन के बीच कर्मचारी संघ अध्यक्ष वीरेंद्र पटेल ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र सौंप हड़ताल को स्थगित करने का ऐलान कर दिया था।
लेकिन अध्यक्ष के इस निर्णय से संघ के अन्य पदाधिकारी सहमत नही थे। बस उक्त घटनाक्रम के बाद से ही वीरेंद्र पटेल के प्रति कर्मचारी संघ में ‘अविश्वास‘ आ गया था। अब हालात यह कि वीरेंद्र पटेल को पद से हटाने कर्मचारी नेताओं के सभी गुटो ने हाथ मिला लिया है।
वहीं कुलगुरु प्रो. राजेश वर्मा के कार्यालय में पत्र सौंप अपनी मंशा से प्रशासन को अवगत भी करा दिया है। कर्मचारियों ने संघ संविधान का हवाला देते हुए अध्यक्ष, महासचिव और कुलगुरू को सौंपे पत्र में अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास जताते हुए अविश्वास प्रस्ताव के लिए आम सभा बुलाने की मांग की है।
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें अब बिल्कुल विश्वास नहीं है कि वीरेंद्र सिंह पटेल के रहते हुए उनका कोई काम हो पाएगा। उल्लेखनीय है कि RDVV कर्मचारी संघ के 57 वर्ष के इतिहास में यह पहला मौका है जब कर्मचारियों की अध्यक्ष के प्रति नाराजगी इस हद तक बढ़ गई है कि उन्होंने अध्यक्ष को पद से हटाने तक की मांग की है।
क्या कहता है संघ का संविधान- संघ संविधान की धारा 19 के अनुसार, संघ के किसी पदाधिकारी के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव संघ के सदस्यों के तीन चौथाई बहुमत जो गुप्त मतदान द्वारा किया जाएगा, संभव हो सकेगा। इसके लिए कम से कम 20 प्रतिशत सदस्यों द्वारा अध्यक्ष को सूचना देना अनिवार्य है, सूचना प्राप्ति के 7 दिन के अंदर संघ की आमसभा की बैठक करेगा, जिसमें प्रस्ताव पर निर्णय लिया जाएगा। विश्वविद्यालय में अब यह चर्चा जोरों पर है कि अविश्वास प्रस्ताव की आमसभा में अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह पटेल अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए क्या जरूरी 25 प्रतिशत कर्मचारियों को मनाने में सफल हो पाएंगे, यह देखने वाली बात होगी।