Jabalpur News: सोसायटियों की गोदामों में टपक राहा पानी, तिरपाल से चला रहे काम

किसानों को समितियों के माध्यम से मिलने वाली खाद् के सुरिक्षत भंडारण की स्थिति बेहद बदहाल है।

Jabalpur News: सोसायटियों की गोदामों में टपक राहा पानी, तिरपाल से चला रहे काम

आर्य समय  संवाददाता, जबलपुर। किसानों को समितियों के माध्यम से मिलने वाली खाद् के सुरिक्षत भंडारण की स्थिति बेहद बदहाल है। समितियों के गोदाम और भवनों से बारिश का पानी रिस रहा है, जिससे लाखों रु पए की खाद् बर्बाद होने की स्थिति में है। सिहोरा और मझौली तहसील की अधिकतर समितियों के गोदामों के हाल बेहाल हैं। विभाग की लापरवाही के चलते बारिश के पानी से खाद् को बचाने के लिए समितियों के कर्मचारी भवन को तिरपाल से ढांककर कर काम चला रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक विपणन संघ द्वारा किसानों को नकद और किसान क्रेडिट कार्ड पर डीएपी-यूरिया सोसायिटयों से उपलब्ध कराई जाती है। सिहोरा नगरीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव के किसान प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति सिहोरा से खाद् लेते हैं। पुराने जमाने की गोदामें काफी जर्जर व जीर्णशीर्ण हो चुकी है। बीते कई सालों से इनके भवन और गोदाम में किसी तरह का सुधारकार्य नहीं किया गया है।

हर केंद्र में 15-20 गांवों के किसानों का लेन-देन-

बताया जाता है कि प्रत्येक समिति से लगभग 15 से 20 गांव के किसान अपना लेन-देन करते हैं, परंतु इन सोसाइटी में दो से तीन दशक पहले गोदाम का निर्माण हुआ जो आज जर्जर अवस्था में हो गई हैं, नतीजन यहां पर रखी खाद-बीज, पीडीएस दुकानों का खाद्यान्न व अन्य सामग्री बारिश के मौसम में छत से टपकते पानी के कारण खराब हो जाते हैं।

यहां सबसे खराब स्थिति

सिहोरा तहसील की घाटिसमरिया, पौड़ा, फनवानी, नुुंजा, सैलवारा, कछपुरा, बेला, लखनपुर, तलाड़, बरगी, लमकना ,गांधीग्राम, सहजपुरा, लखनपुर, घाट सिमरिया लीड सिहोरा के भवन पूरी तरह से जर्जर हैं। इन समितियों की गोदामों में रखी डीएपी-यूरिया बारिश में खराब होने की स्थिति में है। समितियों ने कई बार नए भवन के लिए प्रस्ताव भेजा, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।