Jabalpur News: 1927 में बना जमतरा रेलवे ब्रिज गिराया गया, विरोध के चलते ठेकेदार ने दिखाई तेजी
Jabalpur News: Jamtara railway bridge was demolished in 1927, due to protest the contractor showed speed

आर्य समय संवाददाता जबलपुर। ब्रिटिश कालीन 1927 में बना जमतरा रेलवे ब्रिज को आज धराशाई कर दिया गया। ब्रिज को कबाड़ी को दिए जाने का निर्णय तो 2021 में ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने लिया था। लेकिन ग्रामीणों और कांग्रेस नेताओं के विरोध और कोरोना के चलते ब्रिज तोड़ा नहीं जा सका था। लेकिन अब जैसे ही मौका मिला ब्रिज को गिराना शुरू कर दिया गया था। कबाड़ी धीरे धीरे ब्रिज को तोड़ रहा था। लेकिन जैसे ही शहर में फिर से विरोध शुरू हुआ तो ठेकेदार ने दिन-रात कर ब्रिज को जमींदोज कर दिया। ब्रिज गिरने के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं।
बताया जा रहा है कि आज दोपहर बाद कबाड़ी द्वारा खिरैनी गांव की ओर से इसको गैस कटर से काटकर गिरा दिया गया। यह कार्य पिछले शनिवार से चल रहा था। गौरतलब है कि रेलवे ने कागजों में उसे जर्जर और खतरनाक घोषित कर दिया था। लेकिन वास्तव में वह बहुत मजबूत था स्टील से निर्मित पुल को काटने में कबाड़ी ठेकेदार को पसीना छूट रहा था। गैस कटर से यह काम आसानी से नहीं हो सक रहा था।
जानकारों का कहना है कि यह ब्रिज इंग्लैंड में बना था और यहां लाकर इसको मजबूती से जोड़कर लगाना प्रारम्भ किया गया। लगभग 80 सालों तक इसके ऊपर से ट्रेन दौड़ती रही और इसमें जंग तक नहीं लगी। भूकंप में भी इसका कुछ नही हुआ। लोग लगातार मांग कर रहे थे कि पुल को काटने का कार्य रोक कर इसकी तकनीकी गुणवत्ता इसकी स्ट्रैंथ की जांच इंजीनियरों की टीम के द्वारा करवाई जाए और अगर यह मजबूत पाया जाता है तो इसे पर्यटन केंद्र के रूप में हेरिटेज ब्रिज की श्रेणी में रखकर बचाने का प्रयास किया जाए। हमारी आने वाली पीढियों के लिए भी एक धरोहर होती।
देखिए वीडियो -
https://www.instagram.com/reel/DKxA8PMhJYe/?igsh=MWVhdDRqczU3eHpkag==