Jabalpur News: पैतृक ग्राम पहुंचे मासूमों के शव, देखते ही बिलख पड़ा पूरा गांव
आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। कृषि उपज मंडी के पास स्थित मनमोहन नगर सामुदायिक अस्पताल के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक के खुले चेंबर में गिरकर मृत हुए दोनों बच्चों के शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव (कुंडम देहरी खुर्द) ले जाया गया। जहां बच्चों की ऐसी हालत देखकर पूरा गांव सहम गया और देखते ही देखते हर आंख नम हो गई।
औपचारिकताएं पूरी करने बाद जैसे ही बच्चों को श्मशान की ओर ले जाने लगे उनकी मां रो-रोकर बेसुध हो गई। पिता का गला इस कदर रुंध गया कि मुंह से एक शब्द तक नहीं निकला। एक ही परिवार के दोनों चिरागों को जिस किसी ने भी ऐसी हालत में देखा, उसके मुंह से बस एक ही बात निकली कि सिस्टम की लापराही ने एक परिवार से उसके जीने का सहारा छीनकर माता-पिता को जिंदा लाश बना दिया।
यह थी घटना
त्रिमूर्ति नगर में रहकर मजदूरी करने वाले राजेश विश्वकर्मा के पुत्र विनायक और कान्हा विश्वकर्मा मनमोहन नगर स्थित अस्पताल के बाहर क्रिकेट खेल रहे थे। तभी बॉल परिसर के अंदर चली गई। बॉल लेने के लिए दोनों भाई स्वास्थ्य केंद्र के अंदर गए, जहां वे दोनों ही खुले हुए सेप्टिक टैंक में गिर गए और उनकी मौत हो गई। घटना की खबर लगते ही मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने जैसे ही शवों को बाहर निकाला, पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि जिस टैंक में गिरकर बच्चे मृत हुए, वह पिछले 10 सालों से खुला पड़ा हुआ है।