Jabalpur News: जंगली सुअरों के बाद निसर्ग इस्पात के कैंपस में मिला तेंदुए का शव, डीएफओ सहित फारेस्ट अधिकारी पहुंचे मौके पर
आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। सिहोरा के ग्राम घुघरा स्थित निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के कैंपस में आज फिर एक वन्य प्राणी मृत अवस्था में मिलने से हडकंप मच गया है। मामला तेंदुआ से जुड़ा होने के चलते मौके पर वन मंडल अधिकारी सहित अन्य अधिकारी खुद जांच के लिए पहुंचे हैं।
दरअसल,वन मंडल जबलपुर के अंतर्गत आने वाले सिहोरा वन परिक्षेत्र के सर्किल के सरदा बीट के ग्राम घुघरा स्थित निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड में पिछले दिनों जंगली सुअरों के शिकार का मामला सामने आया था। जिसके बाद उक्त प्रकरण में जांच चल ही रही थी कि आज फिर तेंदुए का शव फैक्ट्री के कैंपस में झाड़ियों में फंसा मिला।
मामले की गंभीरता को समझते हुए मौके पर डॉग स्क्वॉड को बुलाया गया है। वहीं आज वन विभाग पूरी फैक्ट्री की सर्चिंग करने की तैयारी में है,ताकि अन्य वन्य प्राणी अपराधों का भी खुलासा किया जा सके।
वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) ऋषि मिश्रा ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम घुघरा स्थित निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के कैंपस में झाड़ियों के बीच एक तेंदुए मृत अवस्था में पड़ा हुआ है। मौके पर वन परिक्षेत्र सिहोरा के स्टॉफ को भेजा गया, जिसने तेंदुए के शव को मौके पर होने की पुष्टी की। चुंकि उक्त फैक्ट्री कैंपस में पूर्व में भी वन्य प्राणियों के शव मिल चुके हैं।
लिहाजा जांच में पूरी गंभीरता बरती जा रही है। डॉग स्क्वॉड को बुलाया गया है, उसके बाद ही तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए उठाया जाएगा। जांच के हर ऐंगल से की जाएगी। उल्लेखनीय है कि 14 अक्टूबर को प्लांट में जंगल से भटक कर पहुंचे दो जंगली सुअर का शिकार करने और उसके बाद उनके शव को प्लांट क्षेत्र में गड़ा देने का मामला उजागर हुआ था। जिसके बाद निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के तीन कर्मचारियों को जेल भेज दिया गया था।
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शिकारियों का अड्डा बना - निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड जो 250 एकड़ के लगभग फैला हुआ है। ऐसा बताया जाता है कि इस्पात संयत्र के कर्मचारियों की मदद से पूरा कैंपस शिकारियों का अड्डा बना चुका है। यहां आए दिन वन्य प्राणियों की मांस पार्टी होती है। उक्त स्थान पर ही जंगली सुअरों के शिकार कर दफनाने का पूरा कांड सामने आने के बाद निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड प्लांट को सील कर जांच की जानी चाहिए थी,लेकिन उस समय ऐसा नहीं किया गया, लेकिन आज जब तेंदुए का शव मौके से मिला है तो पूरे कैंपस जांच कर अब खुदाई की जाएगी।