एक सीने पर चढ़ा, दूसरे ने गला दबाया, तीसरे ने काटा
मृतिका हीराबाई चौधरी की बहू सीताबाई ने पुलिस को बताया कि 20 दिन पूर्व उसने बच्ची को जन्म दिया था। जिसके बाद वह अपनी सास के साथ ही सोती थी। बीती रात भी भी वह और हीराबाई सो रही थी कि तभी रात करीब 12.30 बजे तीन नकाबपोश कमरे में आए।
उनमें से एक ने सीधे उसकी सास के सीने पर पैर रखा, दूसरे ने गला दबाया और तीसरे ने तलवार या बका जैसी किसी चीज से हमला शुरु कर दिया। सीताबाई के मुताबिक घटना के वक्त वह इतनी डर गई थी कि उसने जरा भी हल्ला नहीं किया और बनकर सो गई कि कहीं बदमाश उसे भी मौत के घाट न उतार दें। घटना के वक्त हीरबाई का पति जबलपुर आया तो था तो एक बेटा खेत में व अन्य दो घर में ही थे।
हत्या के बाद घर में ही धोए हाथ
गांव में एक चर्चा यह भी है कि बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद सीधे वहां से भागे नहीं बल्कि उनके हौंसले इतने बुलंद थे कि हत्या के बाद हाथ और चेहरे में खून लगने के कारण उन्होंने घर में ही हाथ धोए और फिर इसके बाद हीरबाई के घर से निकले। यह भी कहा जा रहा है कि हत्या करने के लिए तो सिर्फ तीन लोग अंदर घुसे थे लेकिन उनके साथ चार-पांच अन्य हथियारों से लैस लोग भी थे। जो कि बाहर खड़े होकर बकायदा रैकी कर रहे थे और वे इस प्लानिंग के साथ आए थे कि यदि किसी ने विरोध किया तो उसे भी मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
चला आ रहा विवाद
मृतिका के बेटे भोला चौधरी की मानें तो कुछ लोगों ने उनका पारिवारिक विवाद है। इसलिए ऐसा भी संभव है कि उन्होंने ही घटना को अंजाम दिया है। हालांकि भोला ने उन लोगों के नाम का खुलासा नहीं किया। फिलहाल पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मामे की जांच भी शुरु कर दी गई है।
थाना प्रभारी शहपुरा जितेंद्र पाटकर ने बताया कि घुंसौर गांव में नकाबपोश बदमाशों ने घर के अंदर घुसकर धारदार हथियार से महिला की हत्या कर दी है। हत्या का प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही हत्या करने वालों का पता लगा लिया जाएगा।