Jabalpur News: 52 गढ़ों का प्रतीक होगा विजय स्तम्भ, प्रवेश द्वार से ही दिखेगा गोंडवाना का वैभव
जनजातीय मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री दुगार्दास उइके ने निर्माणाधीन अमर शहीद राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह संग्रहालय का निरीक्षण किया।

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। जनजातीय मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री दुगार्दास उइके ने निर्माणाधीन अमर शहीद राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह संग्रहालय का निरीक्षण किया। उन्होने संग्रहालय की प्रत्येक गैलरी का अवलोकन किया। वे बंदी गृह भी गए और निर्माण कार्यों की व प्रस्तावित कार्यों की जानकारी भी ली। इसके पहले उस स्थान पर पुष्पांजलि अर्पित की जहां अंग्रेजों ने राजा शंकर शाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह को तोप से बांधकर उड़ा दिया था। मंत्री उइके ने संग्रहालय के समीप गोंडवाना चौक जाकर राजा शंकरशाह और कुंवर रघुनाथशाह की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर देश और धर्म की रक्षा के लिये अपने प्राण न्यौछावर करने वाले इन जनजातीय नायकों को नमन किया। केंद्रीय राज्य मंत्री ने संग्रहालय के निरीक्षण के दौरान सभी निर्माण कार्यों को समय पर पूरा करने में निर्देश दिये। उन्होंने बाद में सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक लेकर संग्रहालय को गोंड शासकों के वैभव के अनुरूप भव्य स्वरूप प्रदान करने अनेक सुझाव भी दिए।
मंत्री उइके ने संग्राहालय में गोंड शासकों के सभी 52 गढ़ों के प्रतीक के तौर पर विजय स्तम्भ स्थापित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संग्रहालय के प्रवेश द्वार को भी ऐसा स्वरूप दिया जाए। संग्रहालय में गोंड शासकों की विरासत को वर्तमान और भविष्य की दृष्टि से आधुनिक कलेवर में प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। संग्रहालय को भव्य स्वरूप प्रदान करने नई दिल्ली में मंत्रालय के अधिकारियों के साथ चर्चा कर जरूरत के मुताबिक प्रस्ताव तैयार कर आवंटन भी उपलब्ध कराया जाएगा। संग्रहालय में जनजातीय क्षेत्र के विशिष्ट उत्पादों के प्रदर्शन और विक्रय के लिये स्थान चिन्हित करने के निर्देश भी दिए।