Jabalpur News: सूर्या हॉफ मैराथन में "गतिमान रहो" के संदेश के साथ दौड़ा जबलपुर

Jabalpur News: Surya ran in the Half Marathon in Jabalpur with the message of "Stay Moving"

Jabalpur News: सूर्या हॉफ मैराथन  में "गतिमान रहो" के संदेश के साथ दौड़ा जबलपुर

आर्य समय संवाददाता जबलपुर। मुख्यालय मध्य कमान के तत्वावधान में, मुख्यालय मध्य भारत एरिया ने 17 नवंबर को जबलपुर मध्य प्रदेश में सूर्या हाफ मैराथन के दूसरे संस्करण का आयोजन किया। यह कार्यक्रम मध्य भारत और जबलपुर के नागरिकों की प्रतिभा को निखारने और उनकी सकारात्मक ऊर्जा को निर्देशित करने के लिए एक गतिशील मंच प्रदान करता है।

सूर्या हाफ मेराथन के शुभारंभ अवसर पर कोबरा ग्राउंड में मध्यभारत एरिया के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल पी एस शेखावत, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक नीरज सिंह, कलेक्टर दीपक सक्सेना मौजूद थे।

मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, मध्य कमान ने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह वास्तव में गर्व का क्षण है, जो सशस्त्र बलों का  ऐसे कार्यक्रमों के द्वारा फिटनेस के प्रति समर्पण को प्रदर्शित करते हुए सभी क्षेत्रों के प्रतिभागियों को ऐसे कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित भी करता  है ।

सूर्या हाफ मैराथन के दुसरे संस्करण में जबलपुर और देश भर से विभिन्न आयु समूहों के 10,000 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सैनिकों, फिटनेस उत्साही, एनसीसी कैडेट्स, स्कूली बच्चे, जबलपुर के नागरिक और विशेष रूप से विकलांग बच्चों ने स्वेच्छा से मैराथन में भाग लेकर स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति अपनी रुचि दिखाई । 


मैराथन की प्रत्येक श्रेणी को कोबरा ग्राउंड से अलग-अलग समय पर शुरू किया गया, जिसे लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता और श्रीमती रुचिरा सेनगुप्ता, क्षेत्रीय अध्यक्षा AWWA (आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन) सहित शहर के अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा झंडी दिखाकर शुरू किया गया । विभिन्न आयु समूहों और श्रेणियों के उत्साही धावकों ने जबलपुर शहर के हरे-भरे वातावरण में 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 5 किलोमीटर की दूरी तय की।

प्रत्येक श्रेणी में पोडियम फिनिशरों को कुल 15 लाख रुपये के पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। हाफ मैराथन के लिए ओपन श्रेणी में एक लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ प्रथम स्थान अरविन्द  (पुरुष वर्ग) और सोनिका  (महिला वर्ग) ने जीता। 10 किलोमीटर दौड़ के लिए पचास हजार रुपये का नकद पुरस्कार अश्विनी चौधरी (पुरुष वर्ग) और भारती  (महिला वर्ग) ने ओपन श्रेणी में जीता और  5 किलोमीटर के लिए बीस हजार रुपये का नकद पुरस्कार अखिलेश यादव (पुरुष वर्ग) और ख़ुशी रघुवंशी  (महिला वर्ग) ने जीता ।

इन सबके अलावा 05  वर्षीय प्रज्ञा भदौरिया  ने भी 05  किलोमीटर दौड़ में भाग लिया और 24 मिनट 15 सेकंड  में दौड़ पूरी कर दूसरों के लिए मिसाल कायम की। सभी प्रतिभागियों को उनकी प्रतिस्पर्धी भावना को पहचानते हुए फिनिशर मेडल और सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए।  

इस मैराथन में दृष्टिबाधित बच्चों को मुख्य धारा में शामिल करने की मुहिम ke साथ उन्हें भी भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया एवं इसमें 50 से ज़्यादा स्टूडेंट्स ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। 

यह इवेंट भारतीय सेना के सामाजिक कार्य के लिए भी योगदान को भी ध्यान में रखते हुआ था जिसके तहत सेना ने मैराथन से अर्जित की  वाली  का एक बड़ा हिस्सा दृष्टि निर्बंधित बच्चों के स्कूल के सुधार में खर्च करने का संकल्प लिया गया। इसके लिए सेना ने ₹5,00,000 उन दृष्टि  निरबंधित बच्चों के लिए दिया जाएगा एवं इस राशि का इस्तेमाल शहर के दृष्टिबाधित बच्चों के लिए स्कूलों में सुविधाएं बढ़ाने में किया जाएगा।

 ​इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए परम वीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (ऑनररी कैप्टेन) योगेंद्र सिंह यादव भी मौजूद थे और उनकी मौजूदगी से कार्यक्रम में चार चाँद लगाए । भारतीय सेना की माइक्रोलाइट टीम ने हवाई कर्तव् दिखते हुए धावकों और दर्शकों के ऊपर पुष्प वर्षा करते हुए सभी उपस्थित लोगों का उत्साहवर्धन किया । धावकों के लिए हथियारों और उपकरणों की प्रभावशाली श्रृंखला भी प्रदर्शित की गई । 

सूर्या हाफ मैराथन कार्यक्रम को और रोमांचित बनाते हुए में ग्रेनेडियर रेजिमेंटल सेंटर के सैनिकों ने अपनी वीरता का प्रदर्शन हाई हॉर्स डिस्प्ले और  मार्शल आर्ट्स रूटीन करतबों के माध्यम से किया, जो भारतीय सेना की शक्ति और साहस को दर्शाता है। इस प्रस्तुति ने न केवल दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि भारतीय सेना के अदम्य साहस और अद्वितीय कौशल को भी प्रदर्शित किया। जरूरतमंद धावकों के लिए फिजियोथेरेपी और तत्काल चिकित्सा उपचार की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई थीं।

 ​इस मैराथन के मुख्या प्रयोजक कोल इंडिया लि एवं स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया रहे साथ ही 50 से अधिक कंपनियों एवं संगठनों ने सहयोग प्रदान किया । इसके साथ ही मध्य प्रदेश प्रशाशन, पुलिस एवं शहर के जाने माने लोगों एवं नागरिकों ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की  । परिणामस्वरूप  जबलपुर और देश भर के युवाओं और नागरिकों द्वारा प्रदर्शित उत्साह और जोश पूरे मैराथन के रुट में गूंजता रहा और दर्शकगण काफी उत्साही  हुए।

सूर्या हाफ मैराथन का दूसरा संस्करण एक बड़ी सफलता बना, तथा आयोजन के अंत में लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता ने सभी प्रायोजकों , मीडिया कर्मी, जबलपुर प्रशाशन तथा शहर के गणमान्य लोगों एवं नागरिकों की प्रशंसा की. इस मैराथन को  अंतरराष्ट्रीय मैराथन कैलेंडर में भी शामिल किया गया है जिसकी वजह से अब यह इवेंट जबलपुर शहर में हर साल नवम्बर के तीसरे सप्ताह में भविष्य में भी आयोजित किया जाता रहेगा ।