Jabalpur News: अब वाट्सएप-ईमेल से संबंधित को वारंट/समंस भेजेगी पुलिस
न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों में जारी वारंट और समंस लेकर तामील कराने के लिए महीनों तक भटकने वाले कार्य में अब विराम लगने वाला है।

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों में जारी वारंट और समंस लेकर तामील कराने के लिए महीनों तक भटकने वाले कार्य में अब विराम लगने वाला है। वांरटधारी को उसके मोबाइल नंबर पर या नजदीकी परिवारिक सस्दय के मोबाइल पर वारंट वाट्सएप कर दिया जाएगा। वारंट के एक कॉपी संबंधित व्यक्ति की ई-मेल आईडी पर भेजी जाएगी, ताकि वह समय पर न्यायालय में उपस्थित हो सके। गौरतलब है कि न्यायलय में विचाराधीन अपराधिक प्रकरण, संपत्ति संबंधी अपराध, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस, पाक्सो एवं महिला संबंधी अपराध के मामलों में समय पर वारंट तामीली न होने से न्याय मिलने में देरी होती थी। न्यायालय में कार्यरत कोर्ट मोहर्रिर एवं थाना के चालान डयूटी बल साक्षियों, अभियुक्त एवं अन्य के समंस तामील न होने पर फील्ड पर होने वाली परेशानी अधिकारियों से हमेशा करते रहे हैं। चालान डयूटी बल का कहना रहता था कि अक्सर अधूरे नाम पता के कारण संमस वारंट की तामीली मे दिक्कतें आती है। समंस वारंट जारी करते समय कई बार उसमें संपूर्ण नाम-पता का उल्लेख नहीं रहता है। इसी तरह दस्तावेज में जमानतदारों के नाम पता होना चाहिए।
मेन पावर सहित बचेगा खर्च-
मोबाइल पर वारंट-समंस भेजने से मेन पावर सहित टीए-डीए में होना वाला खर्च भी बच सकेगा। वारंट लेकर जाने वाले और वारंट लेने वाले जारी वारंट को कुछ दिन रोकने जैसा कार्य नीहं कर सकेंगे। अनेक प्रकरणों में यह भी देखा गया है कि जारी वारंट में जहां का पता दिया गया है, वह व्यक्ति उधर रहता ही नहीं है। पुलिस संबंधित के संबंध पतासाजी करती रहती है, लेकिन उसे कोई जानता ही नहीं।