Jabalpur News: पैसे लेते कैमरे में कैद हुआ वन कर्मी, वन विभाग ने शुरू की जांच
Jabalpur News: Forest worker caught on camera taking money, forest department starts investigation

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। वन और वन्य प्राणियों को सुरक्षा देने के लिहाज से वन विभाग का गठन किया गया था। लेकिन उद्देश्य के परे जिनके कंधों पर वन और वृक्षों की सुरक्षा का जिम्मा है वो ही आरा मशीनें लगवाने ठेका लेने लगे है। इस बात का खुलासा पिछले दिनों कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंची एक शिकायत से हुआ। शिकायतकर्ता का आरोप था कि उसे आरा मशीन लगवाने का ठेका एक वीट गार्ड ने लिया था। जिसके एवज में उससे ढ़ाई लाख रूपए भी ले लिए गए। इतना ही नही शिकायतकर्ता ने एक वीडियों भी अपर कलेक्टर नाथूराम गौंड को सौंपा है। जिसमें वन कर्मी बकायदा पैसे लेते नजर आ रहा है। अब उक्त वीडियों के प्रकाश में आने के बाद वन विभाग ने पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता मो. शकील खान पिता मो. वाहिद खान ने बताया कि वह कटरा मोहल्ला वार्ड नम्बर 12 पाटन जिला जबलपुर का निवासी हैं। जो कि कारपेंटर एवं लकडी का काम करता है। उसे लकड़ी चिराने के लिए आरा मशीन की आवश्यकता पड़ती है। वन विभाग के पाटन रेंज में पदस्थ वीट गार्ड से उसके अच्छे आपसी संबंध थे। जिनकी मदद से उसे ग्राम मढ पिपरिया में बबूल के पेड़ों की कटाई की परमीशन भी मिली थी।
उसी वीट गार्ड से आरा मशीन खरीदने एवं लाईसेंस के विषय में चर्चा हुई थी, तो उक्त वीट गार्ड ने कहां कि तुम परेशान मत हो। तुम लायसेंस के लिए कानूनी कार्यवाही नहीं करा पाओगें, मैं करा लूंगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि मैंने विश्वास पर अपने घर को गिरवी रख कर वीट गार्ड सर को 2.40.000/- (अंकन दो लाख चालीस हजार रुपये मात्र) दिए।वीट गार्ड ने कहा था कि वे 12 इंची आरा मशीन और मशीन को चलाने का लाईसेस बनवा देंगे। इस प्रक्रिया में 6 माह का समय लगने की बात कही गई थी।
लेकिन जब काम न होने पर वीट गार्ड से काम के बारे में कहा तो, उन्होंने कहा कि उतने पैसे में काम नहीं हो रहा है। तुम अंतिम 10,000/- (अंकनः दस हजार रुपये मात्र) रुपये और दो। फिर तुम्हारा काम हो जाएगा। मैंने 10 हजार देते समय एक विडियो भी बना लिया था, जो मेरे पास है। अपर कलेक्टर से शिकायतकर्ता ने मांग कि है कि वीट गार्ड के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये और पैसे 2,50,000/- वापिस दिलाए जाए।
इस मामले में वन मंडल अधिकारी ऋषि मिश्रा ने कहा है कि वन कर्मी द्वारा पैसे लेने के आरोपों से जुड़ा एक वीडियों और शिकायत उनके संज्ञान में आयी है, जिसकी सत्यता की जांच करायी जा रही है। शिकायत सही पाए जाने पर संबंधितों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।