Jabalpur News: जिंदा मरीज का डेथ सर्टिफिकेट बना दिया, मेडिकल कॉलेज-अस्पताल का मामला
Jabalpur News: Death certificate of alive patient made, matter of medical college-hospital

आर्य समय संवाददाता जबलपुर। मध्यप्रदेश के सबसे पुराने सरकारी मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में से एक नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने एक जिंदा मरीज का डेथ सर्टिफिकेट बना दिया। बाद में जब मरीज की सांसे चलने लगीं तो परिजन घबराए और फिर अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों ने मरीज को फिर भर्ती कर लिया।
घटना सोमवार 27 जनवरी की है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में हुई, जहां 67 वर्षीय इंद्रजीत शुक्ला को एक निजी अस्पताल से रेफर कर इलाज के लिए लाया गया था। गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उन्हें सर्जरी वार्ड के आईसीयू में भर्ती किया गया था। सोमवार को इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया और डॉक्टरों ने डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया।
जब परिजन डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद इंद्रजीत को मर्चुरी ले जाने लगे, तभी अचानक उनकी सांसें फिर से चलने लगीं। परिवार के लोग घबराकर वापस अस्पताल लौटे और डॉक्टरों को बताया कि मरीज की सांसें चल रही हैं। इसके बाद डॉक्टरों ने मरीज को फिर से भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया।
घटनाक्रम में डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है। जिसे छुपाने के लिए डॉक्टरों ने मरीज को उसी हालत में घर ले जाने का दबाव भी डाला, ताकि डेथ सर्टिफिकेट जारी करने का मामला दबा रहे। यह भी साफ़ दिखता है कि अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टरों की गलती को सही करने के बजाय, इस मामले को छुपाने की कोशिश की थी। डॉ. अरविंद शर्मा ने इस मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं।