Jabalpur News: रात 3 बजे कुंडम के जंगल में छोड़ी गई OFK से रेस्क्यू की गई मादा तेंदुआ, वन विभाग की टीम ने ली राहत की सांस

Jabalpur News: Female leopard rescued from OFK released in Kundam forest at 3 pm, forest department team heaved a sigh of relief

Jabalpur News: रात 3 बजे कुंडम के जंगल में छोड़ी गई OFK से रेस्क्यू की गई मादा तेंदुआ,  वन विभाग की टीम ने ली राहत की सांस
Jabalpur News: रात 3 बजे कुंडम के जंगल में छोड़ी गई OFK से रेस्क्यू की गई मादा तेंदुआ,  वन विभाग की टीम ने ली राहत की सांस

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) की एक मैग्जीन डिपो घुस आई मादा तेंदुए को रेस्क्यू के बाद सुरक्षित जंगल में जोड़ दिया गया है। वन विभाग की टीम ने देर रात मादा तेंदुए को जंगल में छोड़ने के बाद राहत की सांस ली। वहीं पूरे रेस्क्यू आॅपरेशन पर वन विभाग के आला अधिकारी भी नजर बनाए हुए थे।

इधर, निर्माणी से तेंदुए का रेस्क्यू होने के बाद ओएफके कर्मचारियों ने भी राहत महसूस कर रहे हैं। हालांकी ऐसा बताया जा रहा है कि उक्त मादा तेंदुआ के साथ बच्चे भी देखे गए थे, लिहाजा निर्माणी के अमले को अलर्ट मोड पर रखा गया है। वन परिक्षेत्र अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि ओएफके की मैग्जीन में छुपे मादा तेंदुए को वेटरनरी चिकित्सक के सहयोग से ट्रैकुलाइज कर रेस्क्यू किया गया था।

जिसके बाद तेंदुए को गुरुवार की शाम वेटरनरी कॉलेज स्थित वाइल्डलाइफ सेंटर में पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों की टीम द्वारा मादा तेंदुआ का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसके बाद आला अधिकारियों के निर्देश पर मादा तेंदुए को कुंडम के घने वन्य क्षेत्र में छोड़ दिया गया। इस आॅपरेशन को देर रात अंजाम दिया गया,क्योंकि टैं्क्यूलाइज (बेहोश) करने के दौरान दी गई दवा का असर जब तक खत्म नही हो गया उसे छोड़ा नहीं जा सकता था।

लिहाजा रात करीब 3 बजे जब मादा तेंदुआ पूरी तरह से एक्टिव हो गई उसके बाद ही उसे पिंजरे से बाहर निकाला गया। वन विभाग की टीम अभी कुछ दिनों तक उक्त क्षेत्र में विशेष नजर रखेगे। वहीं तेंदुए की मूमेंट को दर्ज किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि गुरुवार की सुबह ओएफके के एफ -6 सेक्शन में कार्यरत कर्मचारी सुबोजित रॉय पर मादा तेंदुआ ने हमला कर दिया था, जिसके बाद मादा तेंदुआ ने एक मैग्जीन (भंडारगृह) में शरण ले ली थी। ऐसा माना जाता है कि मादा तेंदुआ ओएफके की दीवार फांदकर अंदर आयी थी।