Jabalpur News: कैंट बोर्ड ने बढ़ाया शिवाजी ग्राउंड सहित अन्य ग्रांउड का किराया, दशहरा के लिए भी देना होगा 50 हजार

Jabalpur News: Cantt Board increased the rent of other grounds including Shivaji Ground, 50 thousand will have to be paid for Dussehra also

Jabalpur News: कैंट बोर्ड ने बढ़ाया शिवाजी ग्राउंड सहित अन्य ग्रांउड का किराया, दशहरा के लिए भी देना होगा 50 हजार

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। कैंटोनमेंट बोर्ड ने शिवाजी ग्राउंड के रेंट बड़ा परिवर्तन किया है। खेल गतिविधियों के आयोजन को लेकर रेंट की नई दरें लागू की गई हैं। खेल गतिविधियों के अलावा हाईकोर्ट के आदेश पर पराम्परागत मोहर्रम,दंगल और दशहरे के आयोजन लिए भी अब समिति को रेंट जमा करना होगा। धार्मिक आयोजन के लिए पूर्व में दी जाने वाली रेंट छूट को कैंट बोर्ड प्रशासन ने खत्म कर दिया है। हालांकि धार्मिक आयोजन पर लगाए गए किराए को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है। फिलहाल तो विरोध पत्राचार के माध्यम से किया जा रहा है। लेकिन इस मामले में जल्द ही सदर बाजार के नागरिक सड़क पर उतर सकते हैं।

बताया जाता है कि कैंट बोर्ड फुटबाल के आयोजन के लिए पहले पांच हजार सुरक्षा निधि व पांच सौ प्रतिदिन के रेंट पर शिवाजी ग्राउंड देता था। लेकिन अब तीन हजार रूपए प्रतिदिन रेंट वसूला जाएगा। वहीं एक हजार रूपए साफ-सफाई शुल्क भी लिया जाएगा।

इसी तरह अन्य खेल गतिविधियां व स्कूलों के खेल प्रतियोगिताओं के लिए पहले 6 हजार रूपए प्रतिदिन किराया था। जिसे बढ़ाकर अब 10 हजार रूपए कर दिया गया है। सबसे हैरत की बात तो यह कि स्पेशल आयोजन दहशरा,मोहर्रम के लिए पहले कोई रेंट नही लिया जाता था। लेकिन अब 50 हजार रूपए प्रतिदिन रेंट निर्धारित किया गया है, इसके साथ एक हजार रूपए साफ सफाई का भी वसूला जाएगा। 

आरसी ग्राउंड और गोराबाजार के आजार चौक का बढ़ा रेंट - कैंट बोर्ड ने शिवाजी ग्राउंड के अलावा ईदगाह ग्राउंड का अब 5 हजार रूपए रेंट लिया जाएगा, जो पहले 15 सौ रूपए प्रतिदिन थे। इसके साथ ही सुरक्षा निधि भी डबल कर दी गई है। हालाकि बीपीएल परिवारों को पचास फीसदी की छुट जारी रहेगी।

इसी तरह आरसी ग्राउंड का अब 10 हजार रूपए प्रतिदिन किराया लिया जाएगा। जो पहले 3 हजार रूपए हुआ करता था। वही सुरक्षा निधि भी अब पचार हजार रूपए कर दी गई है। गोराबाजार आजाद चौक ग्राउंड 10 हजार रूपए प्रतिदिन कर दिया गया है। उक्त ग्राउंड को ज्यादात्तर शादी ब्याह के लिए स्थानीय लोग किराए पर लेते हैं।