Jabalpur News: चिटिंगबाजी के मामले में गिरफ्तार खम्परिया के विरूद्ध 4 थानों में पेंडिंग पड़े आवेदनों की जांच शुरू, एफआईआर दर्ज करने की तैयारी

Jabalpur News: चिटिंगबाजी के मामले में गिरफ्तार खम्परिया के विरूद्ध 4 थानों में पेंडिंग पड़े आवेदनों की जांच शुरू,  एफआईआर दर्ज करने की तैयारी

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। टोल माफिया सहित चिटिंगबाजी का सरगना अमित खम्परिया के विरूद्ध शहर के 4 थानों में लंबे समय से पेंडिंग शिकायती आवेदनों का पुलिस रिव्यू करते हुए फरियादी से संपर्क कर रही है। अमित खम्परिया की गिरफ्तारी के बाद से थाना कोतवाली, थाना ओमती, थाना मदनमहल और थाना संजीवनी नगर में पूर्व में आए शिकायती आवेदनों को खंगाला गया है।

बताया जाता है कि चिटलर अमित खम्परिया ने टोला प्लाजा सहित अन्य कारोबार में पार्टनर बनाकर आय में 25% की हिस्सेदारी देने का झांसा देकर कई लोगों को चूना लगाया है। क्राइम ब्रांच की टीम के साथ धनवंतरी नगर पुलिस चौकी की टीम ने अमित खम्परिया और उसके पिता को नागपुर से गिरफ्तार किया है।

करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का शिकार हुए 80 वर्षीय गोपीकृष्ण माहेश्वरी निवासी ग्राम सहसीपुर पोस्ट खम्हरिया जिला भदौही उत्तरप्रदेश ने शिकायत में पुलिस को बताया था कि उसकी पहचान अमित खम्परिया निवासी संजीवनीनगर गढा से लगभग 3 वर्ष पूर्व आनंद तिवारी निवासी सैदुपुर (गाजीपुर) जो टोल प्लाजा का व्यवसाय करते थे एवं अमित खम्परिया से पूर्व से परिचित थे, के माध्यम से हुई थी।

आनंद तिवारी ने उसे बताया कि अमित खम्परिया टोल प्लाजा का व्यवसायी हैं। अमित खम्परिया ने बातचीत के दौरान बताया कि टोल प्लाजा में बहुत मुनाफा होता है। मेरे द्वारा कई टोल प्लाजा का संचालन किया जा रहा है जिसमे देश के अलग अलग स्थानों के लोग मेरे साथ इन्वेस्टमेंट कर काफी लाभ कमाते हैं। देश के कुछ मंत्री ओैर कुछ अधिकारी परिचित हैं जो मेरे साथ टोल प्लाजा मे इन्वेस्टमेंट करते हैं।

खम्परिया के झांसा में आने के बाद गोपीकृष्ण माहेश्वरी कुंवरपुर टोलप्लाजा के लिए एनएचएआई को 3 करोड़ 38 लाख रुपए जमा कराए गए, जिसमें गोपीकृष्ण ने 2 करोड 6 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से अमित खम्परिया के बताए गए बैंक आॅफ महाराष्ट्र शाखा संजीवनीनगर जबलपुर में ट्रासफर कर दिए गए। एनएचएआई से सचिन ने निकाली थी जानकारी- गौरतलब है कि एक शिकायतकर्ता सचिन गुप्ता ने पुलिस को बताया था कि वह इंटीरियर डिजाइनिंग व रियल इस्टेट का काम करता है। 

सचिन गुप्ता से 3 किस्तों में अमित खम्परिया ने 1 करोड़ 26 लाख रु पए लिए। बाद में टोल प्लाजा से होने वाली कमाई की जानकारी देने में खम्परिया आनाकानी करने लगा। सचिन ने एनएचएआई से जानकारी निकलवाई तो पता चला कि उसे टोल प्लाजा से निकलने वाले वाहनों की गलत जानकारी दी जा रही है। सचिन गुप्ता ने खम्परिया से परेशान होकर अपने रुपए वापस मांगे। खम्परिया ने घाटा बताकर 78 लाख रु पए किस्तों में दिए और शेष 48 लाख की रकम रोक ली। 

समन्वय अधिकारी को धमकी देना भी पड़ सकता है भारी- पंचायत समन्वय अधिकारी राजेश झारिया ने 11 जनवरी 2021 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित संजीवनी नगर थाना में एक शिकायत आवेदन दिया था। शिकायत में राजेश झारिया ने बताया था कि अमित खम्परिया द्वारा अवैध राशि मांगने, गाली गलौच कर जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया गया था। राजेश झारिया ने कहा था कि अमित खम्परिया धमकी भरे लहजे में बात कर रहे थे। यदि मेरे साथ कुछ अनहोनी होती है, तो उसके अमित खम्परिया होंगे।