Jabalpur News: वन अमले के साथ मिलकर सागौन की तस्करी,डिप्टी रेंजर-बीट गार्ड निलंबित,.. वीडियो वायरल

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। लकड़ी तस्करों ने वन विभाग के अमले के साथ सांठगांठ कर वन परिक्षेत्र सिहोरा के मझौली में बेस कैंप बना लिया था.! यह बात जानकर जितना आर्श्चय आपको हो रहा है उतना ही वन विभाग के आला अधिकारियों को भी हो रहा है। दरअसल, पिछले दिनों वन विभाग के उड़न दस्ते ने सिहोरा रेंज के मझौली के वार्ड क्रमांक 12 भाटिया मोहल्ला में अवैध रूप से संचालित गिरीश विश्वकर्मा की आरामशीन में छापा मारते हुए मौके से करीब 1.93 घन मीटर सागौन जप्त की थी।
सागौन जप्ती की कार्रवाई के दौरान ही यह बात सामने आई थी कि उक्त आरा मशीन में वन विभाग के अमले सागौन के चिराई के लिए लाई जाती थी। चिराई के बाद लकड़ी के फर्नीचर बना उसे बाजार में बेच दिया जाता था। जिसके बाद प्राप्त होने वाली राशि का बंटवारा कर लिया जाता था। इसी के चलते मौके पर आरामशीन संचालक और स्थानीय वन अमले के बीच झूमाझपटी तक हो गई थी। वन मंडल कार्यालय से सीधे छापामार कार्रवाई को अंजाम देने के बाद। पूरे प्रकरण की जांच शुरू हो गई है। जांच के प्रारंभिक चरण में एसडीओ के प्रतिवेदन पर डिप्टी रेंजर डेलन यादव व बीट गार्ड अभय श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। सूत्रों की मानें तो जांच के दायरे में सिहोरा रेंजर भी आ गए हैं। जिसके बाद कईयों पर गाज गिर सकती है।
आरा मशीन तक पहुंचने वाली लकड़ी कहीं और से नहीं बल्कि वन चौकी इंद्राना और शंकर गढ़ कालोनी से सीधे बेची जाती थी। जंगल से आयी लकड़ी अपने वालों में लोड़ करते तस्करों से जुड़े वीडियों सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे है। जिसमें वन कर्मी और आरा मशीन के संचालक नजर आने की बात कही जा रही है। इतना ही नहीं आरामशीन संचालक इस बात को लेकर तकाजा भी कर रहा है कि इस बार लकड़ी की मात्र काफी कम हैं। उक्त वीडियों वन विभाग के आला अधिकारियों तक भी जा पहुंचे हैं।
ऋषि मिश्रा वन मंडल अधिकारी जबलपुर ने बताया कि मझौली में आरामशीन में सागौन की लकड़ी की चिराई मामले में जांच प्रारंभ कर दी गई है, प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर डिप्टी रेंजर डेलन यादव व बीट गार्ड अभय श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले से जुड़े किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को छोड़ा नहीं जाएगा। उक्त प्रकरण से जुडेÞ कुछ वीडियों भी प्राप्त हुए हैं उनकी भी जांच करायी जाएगी।