यूनियन लीडर ने विधायक रोहाणी को बताया कि ओएफके एक अत्याधिक संवेदनशील कारखाना है,जहां बनाई जा रही सैन्य सामग्री में अत्याधिक एवं अतिज्वलनशील विस्फोटकों का प्रयोग किया जाता है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संरक्षा नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित कार्य करने के सभी प्रयासों के बावजूद भी दुर्घटनाओं का जोखिम हरपल बना रहता है। निर्माणी मुख्य महाप्रबंधक के नेतृत्व में हाल ही की अवधि में आयुध निर्माणी खमरिया में सुरक्षा उपायों को काफी मजबूत किया गया है इसके बावजूद भी दुर्घटना घटित होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
हम यहां उल्लेखित करना चाहते है कि नागपुर (महाराष्ट्र) में स्थित सोलार फैक्ट्री में हाल ही में इसी प्रकार की दुर्घटना हुई थी। जिसमें की 9 कर्मचारियों की दु:खद मृत्यु हुई थी। इस दुर्घटना से व्यथित होकर महाराष्ट्र सरकार ने मृतक के परिजनों को 55 लाख रुपए की सहयोग राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदान करने की गई। इस घटना को देखते हुए यूनियन मांग करती है कि मृतकों के परिवार को मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपयें तथा उपचाराधीन कर्मचारियों को 2.5-2.5 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाए। यूनियन लीर्ड्स ने बताया कि सभी निर्माणियों के कर्मचारी आजीवन प्रदेश सरकार को प्रोफेशनल टैक्स के प्रदाता रहे है। सभी यूनियनों ने इस दौरान अपना मांग पत्र भी विधायक रोहाणी को सौंपा। इस अवसर पर राजेंद्र चढ़ारिया,रूपेश पाठक,अर्नबदास गुप्ता,पुष्पेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।