Jabalpur News: वन विभाग गिनेगा गिद्ध, 17 फरवरी से शुरू होगा अभियान

Jabalpur News: Forest department will count vultures, campaign will start from February 17

Jabalpur News: वन विभाग गिनेगा गिद्ध, 17 फरवरी से शुरू होगा अभियान

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। गिद्ध को प्रकृति के सफाईकर्मी के रूप में भी जाना जाता है। गिद्ध के बिना स्वच्छ भारत का सपना संभव नहीं है। ये मृत पशुओं के शवों को खाकर पर्यावरण की सफाई का कार्य करता है एवं संक्रमित मृत पशुओं का भक्षण कर के इनसे उत्पन्न होने वाले खतरनाक रोगों से मनुष्य की रक्षा करता है।

अत: वन विभाग द्वारा संरक्षण एवं संवर्धन हेतु प्रदेश स्तर पर गणना कराकर आंकडे़ एकत्रित किए जाते हैं। वन वृत्त जबलपुर के अंतर्गत गिद्ध गणना वर्ष 2025 हेतु कार्यशाला का आयोजन 31 जनवरी को सामाजिक वानिकी वृत्त कार्यालय, ग्वारीघाट जबलपुर में किया गया। जिसमें वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल से मास्टर ट्रेनर मोहनदास नागवानी के द्वारा गिद्धों की पहचान एवं प्रजातिवार गणना करने के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।

केंद्र सरकार ने दवाओं पर लगाया प्रतिबंध-
 गिद्धों को नुकसान पहुंचाने वाली पशुओं के उपचार हेतु उपयोग की जाने वाली दवाएं डिकलोफेनाक , ऐसेक्लॉफीनाक , केटोप्रोफेन एवं निमेसिड पर लगाए गए प्रतिबंध के संबंध में भी जानकारी प्रदाय की गई। अब इन दवाओं के पशु चिकित्सकीय उपयोग हेतु भारत सरकार द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बिंटर और समर काउंट की दी गई जानकारी-
गिद्ध गणना 'विन्टर काउण्ट' 17, 18 एवं 19 फरवरी को लगातार तीन दिवस एवं 'समर काउण्ट' केवल एक दिन 29 अप्रैल को किया जाना है। उक्त कार्यशाला में संयुक्त वनमण्डलाधिकारी जबलपुर प्रदीप श्रीवास्तव के साथ वनमण्डल जबलपुर, कटनी, डिण्डौरी एवं पश्चिम मण्डला के परिक्षेत्र अधिकारियों एवं पचास से अधिक क्षेत्रीय कर्मचारी उपस्थित रहे।