Jabalpur News: सड़क हादसों में ‘मौत’ को मात देने ‘अमृत’ प्लान तैयार
सड़क दुर्घटनाओं में प्रतिदिन हो रही असमय मौत के आश्चर्यजनक आंकड़ों के बाद पुलिस-प्रशासन और परिवहन अफसरों ने दुर्घटनाओं में रहीं ‘मौत’ को रोकने की लिए पूरा खाका तैयार कर लिया है।

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। सड़क दुर्घटनाओं में प्रतिदिन हो रही असमय मौत के आश्चर्यजनक आंकड़ों के बाद पुलिस-प्रशासन और परिवहन अफसरों ने दुर्घटनाओं में रहीं ‘मौत’ को रोकने की लिए पूरा खाका तैयार कर लिया है। सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा की थीम पर जिम्मेदार अधिकारी ‘अमृत’ प्लान बना जल्द ही जमीनी स्तर पर कार्य करेंगे। नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे से लेकर अन्य मार्गाें में सड़क हादसों को रोकने के लिए पूरा अमला सड़क पर दिखाई देगा। कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं परिवहन अधिकारी संपूर्ण कार्य की लगातार मॉनिटरिंग करेंगे, ताकि निर्देशों का शत प्रतिशत पालन हो सके। यातायात पुलिस के साथ जिले के सभी थानों की पुलिस अपने-अपने थाना क्षेत्रों में लोगों को ट्रेफिक नियमों की जानकारी देते हुए उनका पालन करने के लिए प्रेरित करेगी। जिला पुलिस के साथ इस बार परिवहन विभाग, शिक्षा, स्वास्थ्य, लोक निर्माण, जनसंपर्क एवं नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी भी शामिल रहेंगे।
निर्धारित नियमों के पालन से ही रूकेंगे हादसे-
निर्धारित तय क्षमता, तय स्पीड एवं वाहन चलाते वक्त हैलमेट तथा सीट बेल्ट धारण क्यों करना चाहिए, इसके संबंध में संपूर्ण जानकारी वाहन चालक को मौके पर अधिकारी देंगे। सड़क के साथ स्कूल-कॉलेजों में अलग-अलग पुलिस अधिकारी जाकर विद्यार्थियों को यातायात के संबंध में उचित समझाइश देंगे। साल दर साल सड़क हादसों में बढ रहे मौत के आंकड़ों से केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार चितिंत है। जिम्मेदार अफसर वाहन चालकों को यातायात के प्रति जागरूक करने के लिए प्रयास करेंगे।
अधिकारियों का देहात पर होगा फोकस-
तैयार हो रहे प्लान के मुताबिक यातायात पुलिस के साथ अब सभी थाना प्रभारी एवं डीएसपी अपने अपने सर्किल में कार्रवाई करेंगे। थाना प्रभारियों सहित बल को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। पहली बार शहरी क्षेत्र के साथ देहात पर भी फोकस किया जा रहा है। देहात थाना क्षेत्र के सभी थाना प्रभारी एवं एसडीओपी अपने अपने परिक्षेत्र में रहकर सड़क हादसों को रोकने का प्रयास करेंगे।
2022-23 में 335 की असमय मौत-
साल 2022-223 में कुल 2419 छोटी-बड़ी सड़क दुर्घटनाएं जिले में हुई। इन हादसों में 335 व्यक्तियों की असमय मौत गई तथा 2166 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसों की जांच में पाया गया कि दुर्घटना ग्रस्त हुए वाहन चालकों ने यातायात के संकेतों अथवा नियमों को गंभीरता पूर्वक नहीं लिया था। प्रतिदिन हो रही मौत के बाद अफसरों ने दुर्घटनाओं में कमी लाने का संकल्प लिया है।