Jabalpur News: न्यायिक और गैर न्यायिक कार्य के विभाजन से नाराज तहसीलदार-नायब तहसीलदार ने छोड़ें वाहन, बंद किया काम
Jabalpur News: Angry with the division of judicial and non-judicial work, Tehsildar-Naib Tehsildar left the vehicle, stopped work

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने आज 6 अगस्त से राजस्व संबंधी सभी कामों से हाथ खींच लिया है, लेकिन उन्होंने इसे हड़ताल या अवकाश नहीं बताया। अधिकारी अब सिर्फ आपदा प्रबंधन से जुड़ी जिम्मेदारियां निभाएंगे। इस फैसले के चलते जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में राजस्व कार्य ठप होने की स्थिति बन गई है। दरअसल,राजस्व अधिकारी न्यायिक और गैर-न्यायिक कार्यों के बंटवारे वाली नई व्यवस्था से ख़फ़ा हैं।
बुधवार को तहसीलदारों ने कलेक्टर दीपक सक्सेना से मिलकर अपनी बात रखी व एक पत्र सौंपा। वहीं अपने शासकीय वाहन भी छोड़ दिए।जबलपुर के तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने बुधवार को एक साथ राजस्व कार्यों के लिए मिले सरकारी डोंगल और वाहन प्रशासन को लौटा दिए।
इस मौके पर संघ के जबलपुर ईकाई के अध्यक्ष शशांक दुबे ने साफ किया कि वे ना तो हड़ताल कर रहे हैं और ना ही सामूहिक अवकाश पर हैं, लेकिन सरकार के एक फैसले के विरोध में काम से विरत रहेंगे।उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के न्यायिक और गैर-न्यायिक कार्यों के बीच शासन द्वारा किया गया विभाजन पूरी तरह अनुचित है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस फैसले से विभाग के करीब आधे अधिकारियों को उनके मूल राजस्व कार्यों से अलग कर दिया गया है, जिससे व्यवस्थाएं गड़बड़ा रही हैं। इधर, कलेक्टर दीपक सक्सेना ने नायब तहसीलदार एवं तहसीलदारों से मिलने के बाद मीडिया को बताया कि संघ ने एक पत्र सौंपा है जिसे शासन को भेज दिया है।
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मध्यप्रदेश में तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने बुधवार 6 अगस्त से राजस्व कार्यालयों में नामांतरण, सीमांकन, प्रमाण पत्र जारी करना, दाखिल विधिक कार्य आदि से अलग रहने का फैसला लिया है। इस दौरान केवल आपदा प्रबंधन कार्य ही देखने की बात कही गई है। जबलपुर सहित ग्वालियर, इंदौर और अन्य जिलों में अधिकारी विभागीय वाहन और डिजिटल डोंगल लौटाकर काम बंद करने की चेतावनी दे चुके हैं।