Jabalpur News:रामलीला समिति के बाद मैदान में आया फुटबॉल एसोसिएशन, धार्मिक संगठनों की आज शाम बैठक
Jabalpur News: After Ramlila Committee, Football Association came on the field, meeting of religious organizations this evening

आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। कैंट बोर्ड द्वारा शिवाजी ग्राउंड में आयोजित होने वाले धार्मिक आयोजनों पर रेंट लगाने का निर्णय अब उसके गले की फांस बनता नजर आ रहा है। रामलीला समिति तो पहले ही ऐलान कर चुकी है कि शिवाजी ग्राउंड में होने वाले रावण दहन के आयोजन के लिए वह कैंट बोर्ड को कोई रेंट नहीं देगी। अब मध्यप्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन ने भी कैंट बोर्ड सीईओ को पत्र लिख रेंट तीन हजार रूपए किए जाने का विरोध किया है।
एसोसिएशन का कहना है कि उनके टुर्नामेंट तो कई दिनों तक चलते ऐसे में तो लाखों रूपए इंतजाम करना होगा। ऐसे में तो कैंट से खेल प्रतियोगिताएं ही समाप्त हो जाएंगी। वहीं रामलीला समिति के अभिषेक चौकसे चिंटू का कहना है कि सदर बाजार के अंदर स्थित रामलीला मैदान में कैंट बोर्ड द्वारा भवन बनाकर उसे ठेकेदार कमर्शियल एक्टिविटी के लिए दे दिया है।
भवन निर्माण के दौरान जब रामलीला समिति ने आपत्ति की तो कैंट बोर्ड के तत्कालीन अधिकारियों ने यह कहते हुए रावण दहन का कार्यक्रम शिवाजी ग्राउंड में स्थानांतरित कराया था कि यह बड़ा आयोजन है। इसका आयोजन व्यापक पैमाने में होना चाहिए, इतना ही नहीं कैंट बोर्ड प्रशासन ही मैदान में बैरिकेटिंग व अन्य व्यवस्थाएं भी करता चला आ रहा था। लेकिन अब ऐसा क्या हो गया है कि कैंट बोर्ड प्रशासन धार्मिक भावनाओं को दरकिनार कर रहा है।
शिवाजी ग्राउंड में कर्मिशयल एक्टिविटी के मामले में जो याचिका लगी थी वह भी कैंट बोर्ड द्वारा ग्राउंड में प्रदर्शनी लगाए जाने के बाद लगी थी। रामलीला समिति ने तो कभी भी ग्राउंड का व्यापारिक उपयोग नहीं किया। उल्लेखनीय है कि शिवाजी ग्राउंड में होने वाले धार्मिक आयोजन रावण दहन,मोहर्रम एवं पराम्परिक खेल प्रतियोगिता दंगल पर कैंट बोर्ड प्रशासन ने इस वित्तिय वर्ष से प्रतिदिन का किराया निर्धारित कर दिया है। रावण दहन और मोहर्रम के लिए कैंट बोर्ड ने 51 सौं रूपए किराया तय किया है। वहीं दंगल के लिए यह किराया तीन हजार रूपए तय किया गया है।
आज बैठक में तय होगी आंदोलन की रूप रेखा -- कैंट बोर्ड द्वारा रेंट तय किए जाने के विरोध में आज रामलीला मैदान में एक बैठक रखी गई है। आज शाम पांच बजे होने वाली इस बैठक में 14 जुलाई को प्रस्तावित आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। बैठक में सभी राजनीतिक दल, धार्मिक संगठन, समस्त गणेश उत्सव समिति, दुर्गा उत्सव समिति, व्यापारिक संगठन, सामाजिक संगठनों को बुलाया गया है। रामलीला समिति के बाद एमपी फुटबॉल एसोसिएशन ने भी खोला मोर्चा