प्रेस की स्वतंत्रता पर पहरा, लोकतंत्र के लिए संकट गहरा विश्व।व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर विषेश
प्रेस की स्वतंत्रता पर पहरा, लोकतंत्र के लिए संकट गहरा विश्व।व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर विषेश डॉ. केशव पाण्डेय पत्रकारिता और पत्रकारों के अधिकारों के लिए लोकतंत्र की स्थापना की गई। जो मूल्यों को फिर से स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता है। सरकारों को प्रेस की स्वतंत्रता और सम्मान के साथ ही पत्रकारों को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव मदद करनी चाहिए। क्योंकि आज मीडिया का माहौल जोखिमभरा और हिंसक हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार हाल के महीनों में देश के मीडिया के लिए माहौल अनुकूल नहीं रहा है। मई 2022 से मार्च 2023 के बीच हमलों की संख्या 63 प्रतिशत बढ़कर 140 हो गई, जो 2021-22 में 86 थी। ऐसी स्थिति में पत्रकार की सुरक्षा और प्रेस की स्वतंत्रता के लिए खतरा मंडरा रहा है। आइये जानते विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर प्रेस की स्वतंत्रता और मौजूदा परिवेश में …