रिन्हाय:इंजीनियर प्रवेश कुमार के ज्ञान की वजह से कागजों में सिमटकर रह गए डग पॉइंट
सचिव गणेश शंकर लोधी एवं रोजगार सहायक सुरेश जाटव के भ्रष्टाचार के कारण नहीं हो पा रहा विकास - बदरवास।बदरवास जनपद पंचायत के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत रिन्हाय में कागजों में तो विकास की गंगा बहा दी गई है पर जमीनी स्तर पर देखा गया तो सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है।रिन्हाय समेत कई ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर लगाया जा रहा है चूना बदरवास की ग्राम पंचायत रिन्हाय में विकास कार्यों में सरपंच अंकेश बैरागी सचिव गणेश शंकर लोधी रोजगार सहायक सुरेश जाटव ठेंगा दिखाते नजर आ रहे है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्राम पंचायत विकास के लिए कई योजनाओं को चलाकर विकास की गंगा बहाने में लगे है वहीं ग्राम पंचायत रिन्हाय में भ्रष्टाचार के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं जैसे की डग पॉइंट,पारकोलेशन टेंक,चेक डैम, समेत मनरेगा योजना के समस्त निर्माण कार्यों एवं सीसी सड़कों में फर्जी तरीके से राशि का आहरण किया गया साथ ही यह समस्त निर्माण कार्यों में बहुत ही घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है और कुछ तो धरातल से ही चोरी हो गये हैं।इस मामलें में कुछ ग्रामीणों से बात कि गई तो ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच-सचिव,रोजगार सहायक कि दबंगता के कारण हम इस भ्रष्टाचार कि शिकायत नहीं करतें और कोई शिकायत करने कि हिम्मत जुटा कर शिकायत भी करता है तो वैसे भी जनपद के अधिकारियों के द्वारा कोई कार्यवाई नही कि जाती है,जिसके कारण सरपंच-सचिव,रोजगार सहायक इस भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहें हैं। सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा डालें जा रहें फर्जी मस्टर... सचिव गणेश शंकर लोधी रोजगार सहायक सुरेश जाटव के द्वारा मजदूरों के नाम से मनरेगा मजदूरी के फर्जी मस्टर डालें जा रहें है इस बात का खुलासा ग्रामीणों ने किया ग्रामीणों ने बताया कि जो मस्टरों में मजदूरों के नाम है वह कभी मजदूरी करने गये ही नही है और कुछ मजदूरों ने स्वयं बताया कि हम लोगों के नाम इन मस्टरों में किसने डालें और मजदूरी कि राशि किसके द्वारा निकाली जा रहीं हैं,यह हमारे नाम से जो भी फर्जीवाड़ा कर रहा है उसके खिलाफ में जिला प्रशासन को जल्द से जल्द जांच कर कार्यवाई करना चाहिए। इस बैंक के जरिये हो रहा घोटाला ग्राम पंचायत रिन्हाय सरपंच एवं सचिव गणेश शंकर लोधी रोजगार सहायक सुरेश जाटव के द्वारा फिनौ बैंक के फर्जी तरीके से ग्रामीणों के नाम खाते खुलकर मनरेगा मजदूरी इन खातों में डालकर सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा निकाली जा रहीं है,इन खातों में जो मोबाइल नंबर लिंक है वह नंबर भी कुछ सचिव-सरपंच एवं रोजगार सहायक के पास है जिससे ओटीपी के माध्यम से राशि निकाल लेते है और मजदूरों को पता भी नहीं चलता,मजदूरों को तो इस मामलें कि जब खबर लगीं जब उनके खातों में किसान सम्मान निधि का भुगतान आना बंद हुआ तो ग्रामीणों ने इसकी जांच पड़ताल कि तो पता चला कि उनका खाता एक और खुला है लेकिन उन्होंने तो कोई खाता खुलवाया ही नही है,लेकिन उनकी दिमाग़ कि बत्ती जली कि सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक ने एक डिबिया पर जो अंगूठा लगवाया था उसी से ही खाता खुल गया।तो वहीं इस मामलें कि शिकायत करने कि ग्रामीणों ने बात कहीं हैं। झमाझम बारिश में डालें मस्टर... ग्राम पंचायत रिन्हाय सचिव गणेश शंकर लोधी एवं रोजगार सहायक सुरेश जाटव के द्वारा आँख बंद करके भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं,सचिव एवं रोजगार सहायक ने झमाझम बारिश में भी पारकोलेशन टेंक निर्माण में मस्टर डालकर राशि निकालने का काम किया है इन मस्टरों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सचिव एवं रोजगार सहायक ने बारिश के मौसम को भी नहीं छोड़ा तो भला वह बाक़ी के मौसमों में क्या भ्रष्टाचार करने से छोड़ा होगा।लेकिन यह जांच का विषय है यह पूरे मामलें कि जांच होने पर दूध का दूध पानी का पानी निकलकर सामने आएगा। भ्रष्ट इंजीनियर की वजह से लाखों रुपये का हुआ दुरुपयोग... रिन्हाय ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक को ज्ञान देने वाले इंजीनियर प्रवेश कुमार ने इस तरह ज्ञान दिया की इस ज्ञान की वजह से लाखों रुपये का दुरुपयोग तो हुआ ही है साथ ही आगे भी इसी तरह के निर्माण करने की आदत सी हो गई सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक की उल्लेखनीय है की रिन्हाय ग्राम पंचायत में वर्षों से लाल मुरम का अवैध उत्खनन किया जा रहा था तो उक्त जगह अवैध उत्खनन के चलते बड़े-बड़े गड्ढे हो गये थे तो उन्हीं गड्ढों को इंजीनियर ने डग पॉइंट बताकर लाखों रुपये का मूल्यांकन कर राशि निकलवा दी सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक को और इस वजह से आज तक डग पॉइंट नही बन सकें और अगर कोई अधिकारी आता है जांच करने के लिए तो अवैध उत्खनन वाले गड्ढों को दिखा दिया जाता है जबकि सच्चाई तो यह है की उक्त राशि से धरातल पर कोई निर्माण कार्य नही हुआ है यह बात तो कई ग्रामीणों ने भी हमारी टीम को बताई की यह गड्ढे तो अवैध उत्खनन वाले है लेकिन एक गड्ढा जो सरपंच के खेत में बना है वह जरुर जेसीबी मशीन से खुदा है और इसके अलावा कोई भी गड्ढा नही खोदा गया है यह सब लीपापोती हमारे सचिव एवं रोजगार सहायक ने की होगी क्योंकि उनकी प्रॉपर्टी को देखकर यही लगता है कि इसी राशि से यह प्रॉपर्टी बना रहे हैं क्योंकि जब इनकी नौकरी लगी थी जब इनके पास कुछ भी नहीं था और आज हर जरूरत की चीज एवं कई प्रकार की प्रॉपर्टी भी इकट्ठा कर ली है जिसकी जांच होने पर सब कुछ सामने निकल कर आ जाएगा। बम्होरी से दिनेश यादव की रिपोर्ट