Jabalpur News: तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे,पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष पीपरे सहित अन्य पर जमीन के फर्जीवाड़े में एफआईआर दर्ज
प्रशासन ने राजस्व प्रकरण में पदीय अधिकारों का दुरुपयोग कर, सुनियोजित रूप से षड्यंत्र और कूट रचना कर अवैधानिक कार्यवाही करने के लिए तहसीलदार, पटवारी, अन्य कर्मचारियों तथा लाभगृहिता के एफआईआर दर्ज कराई है।वहीं उक्त प्रकरण में तहसीलदार की गिरफ्तारी भी हो गई है।

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। प्रशासन ने राजस्व प्रकरण में पदीय अधिकारों का दुरुपयोग कर, सुनियोजित रूप से षड्यंत्र और कूट रचना कर अवैधानिक कार्यवाही करने के लिए तहसीलदार, पटवारी, अन्य कर्मचारियों तथा लाभगृहिता के एफआईआर दर्ज कराई है।वहीं उक्त प्रकरण में तहसीलदार की गिरफ्तारी भी हो गई है।
जानकारी के मुताबिक तहसीलदार आधारताल हरिसिंह धुर्वे द्वारा रा.प्र.क्र. 1587/अ-6/2023-24 में दिनांक 8.8.2023 को आदेश पारित कर ग्राम रैगवा प०ह0न0 27 पुराना खसरा नंबर 51 वर्तमान खसरा नंबर 74 रकबा 1.01 हेक्टेयर भूमि पर शिवचरण पांडेय पिता स्व० सरमन पांडेय निवासी माडल टाउन जिला जबलपुर का नाम विलोपित कर श्याम नारायण चौबे का नाम दर्ज किया गया था।
तहसीलदार द्वारा उक्त नामांतरण महावीर प्रसाद पांडेय की अपंजीकृत वसीयत दिनांक 14.02.1970 के आधार पर किया गया था।जांच में पाया गया कि भूमि पर विगत लगभग 50 वर्षों से राजस्व अभिलेखों में शिवचरण पांडेय का नाम से दर्ज है और वह उक्त भूमि पर विगत 50 वर्षों से खेती करते चले आ रहे है व संपत्ति पर भौतिक रूप से आज भी काबिज है।
जांच में सबसे महत्वपूर्ण बात यह सामने आई कि श्याम नारायण चौबे की पुत्री दीपा दुबे तहसील कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर (संविदा) का कार्य करती है। फर्जी तरीके से अतिरिक्त तहसीलदार से उक्त आदेश पारित करवाने में दीपा दुबे और पटवारी जोगिंदर पिपरी की संलिप्तता पाई गई है।
सुनियोजित ढंग से कूट रचित वसीयतनामा के आधार पर श्याम नारायण चौबे का नाम दर्ज करवाया गया और उनकी मृत्यु के तत्काल बाद पूर्व योजना के अनुसार तत्काल टीप दूबे और उसके भाइयों का नाम फ़ौती आधार पर संपत्ति पर दर्ज कर लिया गया और इसके तुरंत बाद उक्त संपत्ति को विक्रय कर दिया।