भोपाल में अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन, नियमितीकरण और अन्य मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे, उमंग सिंघार ने दिया समर्थन

नेता प्रतिपक्ष ने अतिथि शिक्षकों के आंदोलन को समर्थन देते हुए बीजेपी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इन्हें नियमित करने का वादा किया था लेकिन अब तक वो पूरा नहीं हुआ है। उमंग सिंघार ने कहा कि 'मैं अतिथि शिक्षकों के साथ हूँ'। मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षक अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितताओं से जूझते हुए आंदोलन की राह पर हैं। मंगलवार को राजधानी भोपाल के अंबेडकर पार्क में 8 हज़ार से अधिक अतिथि शिक्षक इकट्ठा हुए और सरकार से किए गए वादों को पूरा करने की मांग की। उनकी प्रमुख मांगों में नियमितीकरण, नए अनुबंध के आधार पर नियुक्ति और सेवा शर्तों में सुधार शामिल हैं।
अतिथि शिक्षकों का भोपाल में आंदोलन
अतिथि शिक्षक महासंघ, मध्यप्रदेश के बैनर तले प्रदेशभर से हज़ारों शिक्षक भोपाल में एकत्र हुए हैं। वे नियमितीकरण समेत 5 मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी प्रमुख मांग यह है कि डिपार्टमेंटल परीक्षा कराकर उन्हें गुरुजी की तरह नियमित किया जाए और प्रत्येक सत्र के लिए 10 अंक की पात्रता प्रदान की जाए। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अतिथि शिक्षकों को समर्थन दिया है।अतिथि शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह परिहार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 सितंबर 2023 को अतिथि शिक्षक पंचायत में नियमितिकरण और गुरुजी के समान वेतनमान देने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा, “हम आज सड़कों पर इसलिए उतरे हैं ताकि अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें।”
विपक्ष का समर्थन
विपक्ष ने भी अतिथि शिक्षकों के आंदोलन को समर्थन दिया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि ‘ मेरा अतिथि शिक्षकों को पूर्ण समर्थन हैं!! आप डरिए मत लड़ते रहिए आपकी लड़ाई मै हर स्तर पर लड़ रहा हूं!! सरकार अतिथि शिक्षकों से किया वादा भूल गई !! प्रदेशभर के अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर धरना देने राजधानी भोपाल के अंबेडकर नगर पहुंचे हैं। शिवराज सरकार ने इन्हे नियमित करने का वादा किया था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ। मैं अतिथि शिक्षकों के साथ हूँ।’ वहीं, अतिथि शिक्षकों का कहना है कि वे तब तक संघर्ष जारी रखेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं।