Jabalpur News: आषाढ़ की बरसात, हनुमानताल में मकान ढहा, 2 पेड़ गिरे

Jabalpur News: Ashadh rain, house collapsed in Hanumantal, 2 trees fell

Jabalpur News: आषाढ़ की बरसात, हनुमानताल में मकान ढहा, 2 पेड़ गिरे

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। देश को 80 फीसदी बारिश की खेप देने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय है। रिमझिम बारिश से शहर का मौसम जहां सुहावना हो गया है, वहीं कुछ स्थानों से आफत की खबरें भी सामने आई हैं। गढ़ा बाजार में पानी भरने की खबर है, वहीं यहां जलप्लवन के लिए कुख्यात गंगानगर में इस बार लोग जलभराव न होने से खुश भी देखे गए। मौसम विदों ने वर्तमान मानसूनी सिस्टमों के अगले 4-5 दिनों तक प्रभावी रहने की संभावना जाहिर की है।

मौसम वेधशाला से मिली जानकारी के अनुसार रात भर में 33.0 मिलीमीटर पानी गिर गया। इसे मिलाकर इस मानसूनी सीजन में अब तक 92.5 मिलीमीटर (3.64 इंच) पानी गिर चुका है। जबकि बीते साल आज के दिन तक शहर में कुल 35.2 मिलीमीटर (1.38 इंच) पानी गिरा था। उल्लेखनीय है कि पड़ोसी जिला मण्डला में इस बार अब तक 207.6 मिलीमीटर (8.17 इंच) पानी गिर चुका है।

दो मंजिला मकान का छज्जा गिरा- रातभर हुई बारिश के असर से हनुमानताल क्षेत्र राजा कटारे के पीछे गली में एक पुराना दो मंजिला मकान का छज्जा गिर गया। मकान मालिक राजकुमार दुबे ने बताया कि, रात भर पानी गिरने से उनका मकान का हिस्सा ढह गया। उधर गढ़ा बाजार में अतिक्रमण हटाए जाने के बाद बंद हुई पानी निकासी के कारण सड़कों पर पानी जमा हो गया। लोगों को इस जलभराव के चलते आवाजाही में परेशानी पेश आयी। वहीं पुलिस ग्राउंड में आयोजित स्पर्धा बारिश के चलते कैंसल कर दी गई। स्मार्ट सिटी ऑफिस मानस भवन के सामने दो वृक्ष धराशाई हो गए।

एक साथ 4 सिस्टम सक्रिय- स्थानीय मौसम वेधशाला से मिली जानकारी के अनुसार एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिणी उत्तर प्रदेश के मध्य क्षेत्रों पर माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है एवं ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। इसी तरह एक ट्रफ लाइन दक्षिणी उत्तर प्रदेश के मध्य क्षेत्रों पर चक्रवातीय परिसंचरण के ऊपर से उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तरी ओडिशा से गुजरते हुए माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर विस्तृत है।

उधर गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ में एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। दक्षिण के उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिम के दक्षिण ओडिशा तट से दूर एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण दूर पश्चिम-मध्य और संलग्न उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर माध्य समुद्र तल से 5.8 और 7.6 किमी की ऊंचाई के मध्य सक्रिय है। इसी के साथ बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम और सक्रिय हो रहा है। 

इसके कल से प्रभावी होने का अनुमान है। एक साथ इतने सिस्टमों से अगले कुछ दिन तक कहीं भारी तो कहीं मध्यम बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है। ऐसे रहे मौसम के हाल कल शाम से ही इंद्रदेव शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में मेहरबान दिख रहे हैं। देर शाम झमाझम के बाद रात 11 बजे के करीब तेज बारिश का झौंका आया फिर उसके बाद लगी झड़ी सुबह तक रुक-रुककर जारी रही। 

सुबह मध्यम तेज बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम वेधशाला के अनुसार बारिश का क्रम जारी रहने से तापमान में गिरावट रिकॉर्ड हुई है। कल शाम को शहर का अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से 3 डिग्री कम रहा, वहीं आज सुबह न्यूनतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से 3 डिसे कम रहा। गत वर्ष आज ही के दिन शहर का अधिकतम तापमान 35.8 डिसे तो न्यूनतम तापमान 25.6 डिसे दर्ज किया गया था।