सोयाबीन के पंजीयन नहीं हो पाए शुरू,41 हजार हेक्टेयर में हुई है बोवनी

कृषि उपज मंडी में नया सोयाबीन आना शुरू हो गया है, लेकिन दाम बहुत कम मिल रहे हैं। सोयाबीन की खरीदी समर्थन मूल्य पर भी की जानी है, लेकिन अभी तक पंजीयन शुरू नहीं हुए हैं।सोयाबीन के लिए पंजीयन 25 सितंबर से 20 अक्टूबर तक होना है, जो अभी शुरू नहीं हुए हैं। पंजीयन कराने वाले किसानों को 4892 रुपए क्विंटल समर्थन मूल्य मिलेगा, लेकिन खरीदी में अभी समय लग सकता है। क्योंकि पहले पंजीयन होंगे, फिर केन्द्रों की स्थापना की जाएगी और इसके लिए अभी समय लगेगा। जबकि किसानों को रबी सीजन की बोवनी के लिए रुपयों की जरूरत अभी है और वह फसल की थ्रेसिंग कर सीधे मंडी पहुंच रहे हैं। मंडी में सोयाबीन के दाम 3500 से 4660 रुपए क्विंटल हैं। उच्चतम दाम गुणवत्ता वाले सोयाबीन को ही मिल रहे हैं। नए सोयाबीन के दाम 3500 से 4000 रुपए क्विंटल ही मिल रहे हैं। यदि समर्थन मूल्य पर जल्द खरीदी शुरू नहीं हुई, तो किसान कम दामों में ही मंडी में सोयाबीन बेचने मजबूर होंगे। किसानों ने बताया कि बारिश के कारण कम दिनों वाली सोयाबीन की फसल में उपज दो से तीन क्विंटल निकल रही है और फिर दाम न मिलने से लागत भी नहीं निकल पा रही है।
41 हजार हेक्टेयर में हुई है बोवनी
सोयाबीन की बोवनी क्षेत्र में 41 हजार हेक्टेयर में हुई है, जो सबसे बड़ा रकबा है। अन्य फसलें बहुत कम क्षेत्र में बोई गई है। किसानों को इस वर्ष अच्छे उत्पादन की उम्मीद थी, लेकिन मौसम ने साथ नहीं दिया।
छह दिन में सात हजार क्विंटल से ज्यादा आवक
कृषि उपज मंडी में 18 से 25 सितंबर तक सोयाबीन की 7274 क्विंटल आवक हो चुकी है, इसमें पुराना सोयाबीन भी शामिल है। अभी फसल कटाई और थ्रेसिंग चल रही और कुछ दिनों बाद ही आवक बढ़ जाएगी।
छह हजार रुपए क्विंटल दिए जाएं दाम
किसान यूनियन जिलाध्यक्ष सीताराम ठाकुर ने बताया कि समर्थन मूल्य के 20 अक्टूबर तक पंजीयन चलना है और फिर खरीदी होगी, तब तक अधिकांश किसान सोयाबीन बेच चुके होंगे। साथ ही समर्थन मूल्य भी बढ़ना चाहिए। इस वर्ष मौसम की मार के कारण सोयाबीन का उत्पादन कम है, जिससे 6000 रुपए क्विंटल दाम मंडी में ही मिलना चाहिए।