Jabalpur News अलसुबह से लगी झड़ी, मंडला-जबलपुर मार्ग में भूस्खलन से लगा लंबा जाम

Jabalpur News: Heavy rain since early morning, long jam due to landslide on Mandla-Jabalpur road

Jabalpur News अलसुबह से लगी झड़ी, मंडला-जबलपुर मार्ग में भूस्खलन से लगा लंबा जाम

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। इस बार सक्रिय हुआ मानसून पहले दिन से अब तक मेहरबान बना हुआ है। बीच-बीच में खुल जरूर रहा पर ऐसा भी नहीं कि, उमस से बेहाल कर दे। हाल-फिलहाल उमस भरी गर्मी से पूरी तरह राहत मिल चुकी है। वर्तमान में सक्रिय पांच मानसूनी सिस्टमों के चलते आज शुक्रवार की सुबह से फिर तेज झड़ी लगी है।

खबर है कि भारी बारिश के चलते मंडला - जबलपुर हाईवे पर भूस्खलन के चलते कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। मौसम विद बता रहे हैं कि इस बार का सिस्टम 10 जुलाई तक सक्रिय रहेगा। आज सुबह से 1.30 बजे तक 42 मिलीमीटर (डेढ़ इंच)पानी रिकार्ड किया गया। इसे मिलाकर इस बार अब तक 279.8 मिलीमीटर ( 11.01 इंच) पानी गिर चुका है। सुबह से हुई तेज बारिश से जलप्लावन के लिए कुख्यात इलाके फिर लबालब दिखे।

यहां लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दमोहनाका फ्लाईओवर एक्सटेंशन क्षेत्र से लगी तमाम बस्तियों के हाल तो और विकराल थे। यहां घरों के सामने नालों से निकली आधा-आधा फिट सिल्ट जमा हो गई है। इधर मौसम विदों की मानें तो मप्र के ऊपर से पानी की ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसके असर से आज और रुक-रुक कर 10 जुलाई तक अच्छी बारिश के चांस हैं।

बारिश पूर्व समुचित प्रबंध नहीं-- यह पहला मौका नहीं है, या पहली बार बारिश भी नहीं हुई। हर साल का यही रोना। तेज झड़ी में आज फिर चेरीताल- दीक्षितपुरा मार्ग में जलप्लवन के नजारे थे। गढ़ा बेदी नगर, धनवंतरि नगर, अधारताल के गायत्री नगर, दुर्गानगर, हाथीताल कॉलोनी, मध्य विधानसभा के जगदंबा कॉलोनी, तुलसी नगर में जलप्लवन की खबरें हैं। यहां कई घरों में पानी घुस गया था। स्थानीय मौसम वेधशाला से मिली जानकारी के अनुसार एक साथ पांच सिस्टम सक्रिय हैं।

मानसून ट्रफ, माध्य समुद्र तल पर बीकानेर, श्योपुर, खजुराहो, डाल्टनगंज, दीघा से होकर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व तक विस्तृत है। एक चक्रवातीय परिसंचरण पश्चिम राजस्थान के मध्य भागों और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।एक चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।

एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण पश्चिमी बंगाल और संलग्न उत्तर ओडिशा पर माध्य समुद्र तल से 1.5 और 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य सक्रिय है एवं ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।एक ट्रफ उत्तर-पूर्व अरब सागर से गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं पश्चिमी बंगाल और संलग्न उत्तर ओडिशा पर बने चक्रवातीय परिसंचरण से होकर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक माध्य समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य विस्तृत है एवं ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।