पीएम ने पूछा- गेमिंग व गैंबलिंग की लड़ाई कैसे हैंडल करते हैं?

पीएम ने पूछा- गेमिंग व गैंबलिंग की लड़ाई कैसे हैंडल करते हैं?

एजेंसी, नई दिल्ली

पीएम नरेंद्र मोदी ने गेमिंग और गैंबलिंग की दुनिया के नामचीन लोगों से बातचीत की। बातचीत का एक पूरा वीडियो शनिवार को जारी किया। पीएम को गेमर्स से कई सवाल पूछते भी देखा गया। पीएम ने कुछ खेलों में भी अपना हाथ आजमाया। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने गेमिंग और जुए के बीच के अंतर पर भीम चर्चा की। उन्होंने समस्याओं का उल्लेख करते हुए एक ई-मेल भेजने को भी कहा। पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान गेमर्स ने उनसे पूछा कि क्या गेमिंग के लिए कोई नियम बनाने वाली रेगुलेटरी बॉडी होना चाहिए? कहा कि ऐसा करना ठीक नहीं होगा। असल में, सरकार का काम ही दखल देना होता है, यही उसका स्वभाव है।मोदी ने आगे कहा कि या तो कानून बनाकर कुछ पाबंदियां लगाई जाएं, नहीं तो गेमिंग को अच्छे से समझने की कोशिश करें और हमारे देश की जरूरतों के हिसाब से इसे ढालें। इसे किसी व्यवस्थित, कानूनी ढांचे में लाया जाए और गेमिंग की साख को ऊपर उठाया जाए। मोदी ने गेमर्स से बात करते हुए आगे कहा कि जब यह लक्ष्य हासिल हो जाएगा, तो इसे गिराना किसी के लिए भी मुश्किल होगा। मेरा प्रयास देश को इतना मजबूत बनाना है कि 2047 तक, मध्यम वर्ग को सरकारी दखल की ज्यादा जरूरत ना पड़े। नहीं तो हम सिर्फ कागजों, दस्तावेजों और कानूनी प्रक्रियाओं में उलझे रहेंगे। मुश्किल समय में गरीबों को ही सरकार की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। प्रधानमंत्री ने गेमर्स को विभिन्न विषयों पर गेम बनाने के बारे में भी सोचने का आग्रह किया।

मध्य प्रदेश की पायल गेमिंग के पिता ने कहा - बेटी पर है गर्व

गेमर्स में मप्र की पायल धारे गेमिंग वल्र्ड में पायल गेमिंग नाम से फेमस हैं। वह भारत की सबसे पॉपुलर महिला गेम क्रिएटर्स में शुमार हैं। छिंदवाड़ा जिले के उमरानाला गांव की रहने वाली हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बेटी की मुलाकात के बारे में उनके पिता शिवशंकर धरे ने बताते हुए कहा कि मुझे अपने बेटी पर गर्व हो रहा है। पीएम मोदी ने उसे मिलने के लिए बुलाया, तो मुझे बेहद खुशी हुई। हमारे देश के प्रधानमंत्री के साथ बैठना और उनके साथ गेम खेलना अविश्वसनीय है। अब जो भी मुझसे मिलता है वह कहता है कि पायल ने गांव और जिले को गौरवान्वित किया है।Ó