Jabalpur News: अच्छा डॉक्टर सर्च करते ही आया लिंक और जनरल स्टोर कारोबारी के खाते से उड़ गए लाखों

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। इलाज के लिए डॉक्टर को दिखाने के नाम पर जालसाजों ने कारोबारी के साथ ढ़ाई लाख रुपए की ठगी कर दी। शहर के गंजीपुरा इलाके में रहने वाले एक जनरल स्टोर संचालक ने पत्नी के इलाज के लिए आॅनलाइन डॉक्टर के नाम की सर्चिंग किया और फिर जब नंबर लगाया तो ठगबाजों ने लिंक भेजकर लाखों रुपए की ठगी कर डाली। ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए कारोबारी ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई है।
साइबर सेल पहुंचे गंजीपुरा क्षेत्र में जनरल स्टोर की दुकान चलाने वाले सुधीर नायक ने शिकायत में बताया कि उनकी पत्नी के पैरों में काफी समय से परेशानी है। 4 अक्टूबर को दुकान में बैठे-बैठे अचानक ही उन्होंने अपने मोबाइल में जबलपुर,भोपाल और नागपुर के बेस्ट डॉक्टर के नाम को सर्च करना शुरू किया। कुछ देर बाद सुधीर नायक ने जस्ट डायल में सर्चिंग के दौरान एक नंबर पर कॉल किया।
सामने से आवाज आई कि आप किस डॉक्टर को और किस समस्या के लिए दिखाना चाहते है। बताया कि न्यूरो सर्जन को दिखाना है, इसके बाद सामने से फोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने अगले दिन का समय दिया। 5 अक्टूबर को फिर से कॉल किया तो कहा गया कि आज सर समय नहीं दे सकते है, आप आॅनलाइन अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।
मोबाइल पर भेजी गई लिंक और फाइल- 5 अक्टूबर की शाम को सुधीर नायक के मोबाइल पर 8087841889 से कॉल आया कहा गया कि आज डॉक्टर व्यस्त है, जैसे ही फ्री हो जाएंगे तो कॉल आएगा, फिर आप आ सकते है। काफी देर तक जब कॉल नहीं आया तो सुधीर नायक ने उस नंबर पर कॉल किया तो फिर से कहा गया कि सर के पास आज समय नहीं है, आॅनलाइन नंबर लगा दीजिए, इसके लिए लिंक और एपीजी फाइल भेज रहे है।
कुछ ही देर बाद सुधीर नायक के मोबाइल पर लिंक और फाइल आई। व्यापारी यह जानते थे कि अंजान लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए, पर उन्होंने एपीजी फाइल पर क्लिक कर दिया। लिंक पर आप्शन आया कि 10 रुपए जमा करते हुए डॉक्टर के पास इलाज के लिए नंबर लगाया जा सकता है। उन्होंने जैसे ही नंबर के लिए क्लिक किया तो आटोमेटिक उनका बैंक खाता एपीजी फाइल से कनेक्ट हो गया।
चंद घंटे में निकल गए लाखों रु पए 6 अक्टूबर को सुधीर नायक के मोबाइल पर एक के बाद कई मैसेज आए। उन्होंने जब देखा तो उनके होश उड़ गए। सुधीर के खाते में सिर्फ चंद घंटे में दो लाख 55 हजार 682 रु पए ट्रांजेक्शन हो गए। 7 अक्टूबर को भी सुधीर के खाते से 1 रु पए निकाले गए। 8 से 10 अक्टूबर तक सुधीर नायक लगातार थाना लार्डगंज और बैंक के चक्कर काटते रहे, पर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ।