Jabalpur News: घर-घर में गूंजे गणेश आरती के स्वर

प्रथम पूज्य भगवान गणेश की स्थापना और पूजन के दौर का श्रीगणेश वाले दिन गणेश चतुर्थी पर आज भक्तों की बन आई।

Jabalpur News: घर-घर में गूंजे गणेश आरती के स्वर

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। प्रथम पूज्य भगवान गणेश की स्थापना और पूजन के दौर का श्रीगणेश वाले दिन गणेश चतुर्थी पर आज भक्तों की बन आई। सुबह से गणपति की स्थापना का क्रम जारी है, जो देर शाम तक तय मुहूर्त में चलता रहेगा। इसके साथ ही दस दिनी गणेशोत्सव के तहत घर-घर में जय गणेश की अनुगूंज प्रारंभ हो गई। इससे पूर्व कल हरतालिका व्रत के तहत शिव-शक्ति की साधना को समर्पित पूजा-अर्चना में रात्रि जागरण हुआ। सुबह विसर्जन स्थलों पर जबरदस्त उत्साह देखा गया। बाजारों-सड़कों में दशहरा सा माहौल दिखा। गणपति ले जाने वालों की धूम-धड़ाम देखते ही बन रही थी। कल सारी रात माहौल पर्वमय रहा। आने वाले दर दिन तक गणेश उपासना, फिर पितर और फिर नवरात्र के कारण अब पूरे डेढ़ महीने फे स्टीवल सीजन रहेगा।

डेकोरेशन की दिखी धूम-
 स्थापना के बाद डेकोरेशन में गणपति भक्त जुटे हुए हैं। वहीं पंडालों में भी गणपति स्थापना अथवा तैयारियों का दौर शुरू है। भगवान गणेश के विराजने के साथ ही चौतरफा पूजा पाठ का दौर है। गणपति मंदिरों की दिनचर्या आम दिनों की तुलना और व्यवस्थित और दिव्य हुई है। उल्लेखनीय है कि दस दिन के गणपति महोत्सव के तहत घरों से लेकर पंडालों तक में गजानन की पूजा-आराधना होती है। हिन्दू मान्यता में गणेश पूजन 33 कोटि देवताओं के पूर्व का पूजन है। गजानन का आगमन शुभ का आगमन माना जाता है। इस पर्व को धर्म-अनुष्ठान, विद्या-विवेक, व्यापार-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है। पर्व को लेकर बच्चों से लेकर बूढ़ों-महिलाओं में जबरदस्त उत्साह की लहर है।

रात में हुआ जागरण-
गजानन के विराजने के पूर्व की रात शिव-गौरा की पूजा की रात थी। कल महिलाओं ने अखंड निर्जल व्रत रख कर भगवान शिव और गौरा-पार्वती की आराधना की। फुलेरा के नीचे भजन कीर्तन, यज्ञ हवन आदि का क्रम जारी था। सुबह फुलेरा विसर्जन के बाद महिलाआें ने व्रत खोला। महिलाओं के लिए जगह-जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया था। तमरहाई में तीजा के दूसरे दिन की सुबह पोहा-जलेबी का क्रम इस बार भी जारी रहा। आयोजन में बड़ी संख्या में भीड़ उमडी। इसके अलावा भी आज कई जहगह भंडारे का आयोजन किया गया। विर्सजन स्थलों पर भारी भीड़ थी और विसर्जन स्थलों पर सफासई के इंतजाम भी नाकाफी थी।

कई जगह हुआ भूमिपूजन-
 गणेश चतुर्थी पर की दशहरा में रखी जाने वाली दुर्गा समितियों ने मंच का भूमि पूजन किया। गणपति पूजन के बाद पंडितों ने मंच का भूमिपूजन कराया। श्रीरामलीला समिति गोविंदगंज ने भूमिपूजन की परंपरा का निर्वाह किया। रामलीला भवन कटरा वाले महावीर मंदिर परिसर में गणेश चतुर्थी पर 160वां गणेश पूजन पं. वासुदेव शास्त्री के आचार्यत्व में संपन्न हुआ। अध्यक्ष पं. अनिल तिवारी ने बताया कि रामलीला का स्वरूप इस बार और भव्य होगा। कइ्र दुर्गा पंडालों में भी आज गणेश पूजन के साथ मंच का भूमि पूजन हुआ।