Jabalpur News: EOW की अब डिप्टी कमिश्नर के भोपाल स्थित फ्लैट पर नजर, टाइगर खाल मामले में मां गई जेल

Jabalpur News: EOW now has its eyes on the Deputy Commissioner's flat in Bhopal, mother went to jail in tiger skin case

Jabalpur News: EOW की अब डिप्टी कमिश्नर के भोपाल स्थित फ्लैट पर नजर, टाइगर खाल मामले में मां गई जेल

आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) कि नजर अब धनकुबेर आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सर्वटे के भोपाल कोरलवुड स्थित फ्लैट पर जा टिकीं है। फिलहाल फ्लैट को सील रखा गया है। जबलपुर स्थित दोनों मकान की जांच-पड़ताल के बाद ईओडब्ल्यू की टीम संभवत: आज डिप्टी कमिश्नर जगदीश सर्वटे को साथ लेकर भोपाल पहुंचेगी, जहां फ्लैट की जांच-पड़ताल होगी। 3 तीन की जांच में लगातार जगदीश सर्वटे की अनुपातहीन संपत्ति का दायरा बढता ही जा रहा है।

जांच दल हो उम्मीद है कि भोपाल के कोरलवुड स्थित फ्लैट में नगदी सहित अचल संपत्ति के दस्तावेज मिलेंगे। ईओडब्ल्यू ने जानकारी देते हुए बताया कि आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सर्वटे के अधारताल स्थित पैतृक मकान की तलाशी दौरान मिली टाइगर की खाल को एसटीएफ एवं वन अधिकारियों की मौजूदगी में जप्त की गई थी।

डिप्टी कमिश्नर जगदीश सर्वटे की मां ने जांच दल को बताया है कि टाइगर की खाल उनके ससुर की है, वह खाल में बैठकर पूजा-पाठ करते थे। टाइगर की खाल मिलने के बाद जांच टीम ने जगदीश सर्वटे को मामले में आरोपी बनाते हुए न्यायालय में पेश किया था। न्यायालय ने जगदीश सर्वटे की मां को जेल भेज दिया है।

गौरतलब है कि 22 जुलाई की सुबह ईओडब्ल्यू की टीम ने आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सर्वटे के रामपुर स्थित शासकीय आवास, अधारताल एवं भोपाल के निजी मकान छापामार कार्रवाई की थी। डिप्टी कमिश्नर जगदीश सर्वटे पर आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने सर्च कार्रवाई शुरू की है।

संभागीय उपायुक्त जगदीश सर्वटे पर आरोप है कि उन्होने कई अनुपातहीन अचल संपत्तियां क्रय की हैं, जिसका रिकार्ड टीम द्वारा खंगाला जा रहा है। बैंक खाता, नगदी और आभूषण सहित जब्त दस्तावेजों के प्राथमिक अवलोकन में ईओडब्ल्यू को करोड़ों रुपए की चल-अचल संपत्ति मिली है। 75 घंटे की लगातार सर्च कार्रवाई के बाद टाइगर की खाल, मंहगी शराब की बोतलें और 6 करोड़ 19 लाख रुपए से अधिक की अनुपातहीन संपत्ति उजागर हुई है।