Jabalpur News: अक्टूबर में अब तक 7 इंच बरसात, खेतों में फसल खराब होने की कगार पर
आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। अक्टूबर में इस बार बारिश का बारिश का नया रिकॉर्ड बन गया। मोंथा तूफान के असर से कल कार्तिक में सावन सी झड़ी लग गई। दिन भी में कल करीब पौने दो इंच पानी गिर गया। इसे मिलाकर इस बार 1 अक्टूबर से आज सुबह 31 अक्टूबर की सुबह 8.30 बजे तक 176.8 मिलीमीटर (7 इंच करीब) बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि, बीते 108 साल में इतना पानी कभी नहीं गिरा। 109 वर्ष पूर्व 1916 में अक्टूबर माह में 265.7 मिलीमीटर (10.5 इंच) बारिश रिकॉर्ड की गई थी। 2022 में जरूर 97.3 मिलीमीटर (3.8 इंच) बारिश रिकॉर्ड की गई थी, पर इसके बीच किसी भी साल में अधिकतम 2 इंच से अधिक पानी कभी नहीं गिरा।
स्थानीय मौसम वेधशाला से मिली जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान रुक-रुक कर 44.4 मिलीमीटर (करीब पौने 2 इंच पानी) गिर गया। मौसम विदों की मानें तो बारिश का यह क्रम आज और कल भी जारी रह सकता है।
मौसम विदों ने बताया कि वर्तमान में सक्रिय आबदाब बिहार और ईस्ट यूपी तरफ मूव कर गया है। 2 नवंबर से धीरे-धीरे आसमान खुलेगा। इसके साथ कोहरा भी प्रभावी हो सकता है। आसमान साफ होते ही ठंड असरकारी होगी। बारिश के चलते दिन के तापमान में कमी और रात के तापमान में उछाल रिकॉर्ड किया गया है।
कल दिन का अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री कम रहा। इसी प्रकार आज सुबह न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक रहा। गत वर्ष इस अवधि में शहर का अधिकतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
खेतों में भरा पानी, चिंता में किसान
रुक-रुक कर हो रही बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कटाई के लिए तैयार धान की फसल खेतों में खड़ी है, लेकिन लगातार बरसात के कारण कटाई का काम पूरी तरह से फिलहाल रु क गया है। खेतों में पानी भरने से धान की बालियां झुकने लगी हैं, इससे फसल के गिरने और सड़ने का खतरा बढ़ गया है।
जिससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है। किसानों का कहना है कि हार्वेस्टर की बुकिंग पहले ही कर ली थी। सुबह खेतों में जाकर देखा तो जमीन पर पानी उपर ही दिखाई दे रहा है, अब तेज धूप निकलने के बाद ही कटाई हो सकेगी। किसान मौसम साफ होने और अपनी मेहनत की फसल को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की उम्मीद में मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर नजर बनाए हुए हैं।