टीम इंडिया के फाइनल की हार से डूबा पुरे देश गम में

सेमीफाइनल में करीब 400 रन बनाकर जीत हासिल किये थे
भारतीय टीम वर्ल्ड कप 2023 में प्रबल दावेदार के रूप में उतरी थी। टीम ने खेल भी वैसा ही दिखाया। सभी 9 ग्रुप मैच जीते। लेकिन फाइनल मुकाबला हार गई। यह भारतीय फैंस के लिए गम में डूबने का नहीं बल्कि खिलाड़ियों को प्रदर्शन का जश्न मनाने का है।
पुरे देश को टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जीतते की उम्मीद थी । रोहित शर्मा के हाथों में ट्रॉफी की उम्मीद थी। टीम खेल भी वैसा ही रही थी। लेकिन सच्चाई यह है कि भारतीय टीम वर्ल्ड कप 2023 का खिताब नहीं जीत पाई। भारतीय ही नहीं, किसी भी क्रिकेट के जानकार को यह पचाना मुश्किल हो रहा है। जिस टीम ने पूरे टूर्नामेंट में किसी को अपने आसपास भी नहीं फटकने दिया, वो फाइनल मुकाबला हार गई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया नॉकआउट का प्रेशर नहीं झेल पाई। करोड़ों भारतीयों को दिल टूट गया। लेकिन यह निराश होने का नहीं बल्कि जश्न मनाने का समय है। जश्न टीम इंडिया के खेलने के अंदाज का। जश्न रोहित शर्मा की कप्तानी का। जश्न विराट कोहली के रनों का, मोहम्मद शमी के विकेट का। वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया ने भारतीय फैंस को खुश होने के कई मौके दिए, चलिए उन्हें याद करते हैं
पहली बार कि भारत पहले बल्लेबाजी
एक कठिन पिच पर रोहित की शानदार 87 रनों की पारी ने मेन इन ब्लू को 229 तक पहुंचने में मदद की। आज की क्रिकेट में यह काफी कम स्कोर था। लगा भारत को पहली हार मिलेगी। लेकिन गेंदबाजों के इरादे कुछ और थे। बुमराह ने शमी के साथ मिलकर इंग्लैंड को सिर्फ 129 पर समेट दिया।
विराट और के केएल राहुल की जोड़ी टिकी रही
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया का सामने 200 रनों का लक्ष्य था। पहले दो ओवर में ही रोहित, ईशान और अय्यर आउट हो गए। टीम को हार सामने दिखने लगी थी। लेकिन फिर विराट कोहली और केएल राहुल टिक गए। मुश्किल विकेट पर 164 रनों की साझेदारी बनाई। अंत में भारत 8 वनडे रहते मुकाबला जीत गया।
पिछले काफी सालों से भारतीय टीम नंबर-4 के बल्लेबाज के लिए जूझ रही थी। वर्ल्ड कप से पहले भी इसे लेकर सवाल थे लेकिन श्रेयस अय्यर ने वहां कमाल किया। लगातार चार मैचों में अय्यर ने दो शतक और दो अर्धशतक लगाए। साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुश्किल परिस्थिति में तो न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल जैसे मुश्किल मैच में।
हार्दिक नहीं खेले चोट के कारण, शमी को दिया मौका
भारतीय टीम शुरुआती 4 मैचों में अपने प्रमुख पेसर मोहम्मद शमी को बेंच पर बैठाए रखी। लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ हार्दिक पंड्या को चोट लगी। हार्दिक के बाहर होने से शमी को प्लेइंग इलेवन में मौका मिला। पहली गेंद पर उन्होंने विकेट लिया। उसके बाद से शमी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। सिर्फ 7 मैच खेलने के बाद भी वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।
पाकिस्तान भी नहीं टिक पाई इंडिया के सामने
वर्ल्ड कप में भारत का पाकिस्तान पर पलड़ा भारी रहा है और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी कि भारत जीता। लेकिन शीर्ष क्रम ने जिस तरह से ट्रैक पर 192 रन का पीछा किया, जहां स्पिनरों को कुछ मदद मिल रही थी, उसने सभी को चौंका दिया। रोहित शर्मा ने 63 गेंदों में 86 रन बनाकर पाकिस्तानी गेंदबाजों पर जोरदार हमला किया। जैसे ही भारत ने केवल 30.3 ओवरों में रन बनाए।