आर्य समय संवाददाता, छिंदवाड़ा। आरक्षक की हत्या कर लाश को सिवनी जिले में एक प्लाटिंग साइट में गढ्डा खोदकर दफना दिया गया था। 23 सितंबर को पुलिस अधिकारी सिवनी पहुंच गए और शव को निकलवाया।
पुलिस के अनुसार मूलत: ग्राम जैतपुर जिला सिवनी में रहने वाले प्रधान आरक्षक विजय बघेल उम्र 46 वर्ष की करीब 20 दिन पहले छिंदवाड़ा पुलिस लाइन से चौरई के थाना चांद में हुई थी।
विजय चौरई परिवार सहित आ गया था। दो दिन पहले 21 सितम्बर को विजय घर से थाना जाने के लिए निकला। रास्ते में ही उसका अपहरण कर धारदार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी गई।
हत्या के बाद लाश को सिवनी में एक प्लाटिंग साइट पर गढ्डा खोदकर दफना दिया गया। वहीं मोबाइल फोन व मोटर साइकल को उत्सव रिसोर्ट के पास फेंक दी। प्रधान आरक्षक विजय बघेल के अचानक गायब होने पर पुलिस अधिकारियों ने तलाश शुरु कर दी।
उसके मोबाइल फोन के लोकेशन निकाला गया तो विजय बघेल की सिवनी के प्रापर्टी डीलर राहुल नेमा उम्र 40 वर्ष के साथ लगातार बातचीत होने की जानकारी मिली।
जिस पर पुलिस ने राहुल नेमा व उसके तीन साथियों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो पूरा मामला प्याज के छिंलकों के मानिंद सामने आ गया।
इसके बाद पुलिस अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई, जहां पर चारों संदेहियों की निशानदेही पर दफन लाश को बाहर निकलवाया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वारापत्थर सिवनी निवासी प्रापर्टी डीलर राहुल नेमा के साथ प्रधान आरक्षक विजय बघेल ने 27 लाख रुपए में एक जमीन का सौदा किया था, रुपया लेने के बाद भी राहुल द्वारा रजिस्ट्री नहीं की जा रही थी।
जिसके चलते विजय बघेल द्वारा रुपया वापस करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है। जिसके चलते राहुल नेमा ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर प्रधान आरक्षक का अपहरण कर हत्या कर दी, इसके बाद लाश को अपनी ही प्लाटिंग साइट में दफना दिया।
पुलिस अधिकारियों को पूछताछ में चारो आरोपियों ने बताया कि प्रापर्टी डीलर राहुल नेता ने अपने सृष्टि नगर स्थित आफिस में ही बैठकर प्रधान आरक्षक विजय बघेल की हत्या करने की योजना बनाई।
जिसके चलते पहले ही उसने बम्होड़ी गांव के पास प्लाटिंग साइड पर चार फीट का गहरा गढ्डा खुदवा दिया था, इसके बाद वारदात को अंजाम देकर लाश को दफना दिया।