आर्य समय संवाददाता, मंडला। नैनपुर में एक पटवारी को 5 हजार रिश्वत लेते जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने 9 सितंबर को दबोचा लिया। आरोपी पटवारी ने शिकायतकर्ता को रिश्वत की रकम लेकर घर बुलाया था।
ये रकम पटवारी ने ऋण पुस्तिका बनाने के एवज में मांगे थे। लोकायुक्त टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।
लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा के मुताबिक महाराजपुर मंडला निवासी चंद्रशेखर तिवारी (38) ने 7 सितंबर को मामले की शिकायत की थी।
उसे अपनी जमीन की ऋण पुस्तिका बनवानी थी। इसके लिए हल्का नंबर 9 नैनपुर के पटवारी केशव प्रसाद से मिला।
केशव ने पांच हजार रुपए रिश्वत मांगे। लोकायुक्त ने दोनों की बातचीत को ट्रैप कराया। केशव प्रसाद ने चंद्रशेखर को रिश्वत की रकम के साथ गुरुवार 9 सितंबर को बुलाया था।
एसपी के निर्देश पर शिकायतकर्ता चंद्रशेखर के साथ लोकायुक्त टीम के टीआई कमल सिंह, रंजीत सिंह, आरक्षक अतुल श्रीवास्तव, जुबेद खान, विजय सिंह बिष्ट, जीत सिंह भी नैनपुर पहुंचे।
आरोपी पटवारी केशव प्रसाद ने अपने घर राधा कृष्ण मंदिर वार्ड नंबर 11 पैसे लेकर चंद्रशेखर को बुलाया था।
सुबह 11 बजे जैसे ही चंद्रशेखर ने उसे रिश्वत की रकम दी। वहां मौजूद टीम ने पटवारी केशव प्रसाद को दबोच लिया। पकड़े जाने पर उसने शोर मचा कर घरवालों को बुला लिया। हंगामे के बाद टीम कार्रवाई कर पाई।
लोकायुक्त ने आरोपी पटवारी कोशव प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर अपनी कार्रवाई पूरी की। इसके बाद आरोपी को मौके पर जमानत दे दी।
टीम ने रिश्वत की रकम, रंगीन कलर और कपड़े जब्त किए हैं। पीड़ित चंद्रशेखर के मुताबिक पिछले 6 महीने से वह ऋण पुस्तिका बनवाने के लिए भटका रहा था।