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27 को मनेगा भाई बहन के स्नेह का पर्व भाई दूज, बहने करेगी भाइयों को तिलक

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JF

 होली के बाद द्वितीया तिथि को भाई दूज कहा जाता है। पारंपरिक रूप से यह पर्व भाई-बहन के बीच स्नेह के बंधन को मजबूत करता है। बहुत जगह भाई दूज को भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और फल, मिठाई आदि चीजें देकर उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं। वहीं भाई भी बदले में अपनी बहन को हर विषम परिस्थिति में उसकी रक्षा का वचन देता है। मान्यता है कि भाई दूज पर बहनों के तिलक लगाने से भाई की आयु बढ़ती है और उसके सभी संकट दूर होते हैं। चांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 26 मार्च को दोपहर 02 बजकर 55 मिनट पर होगी।अगले दिन 27 मार्च को शाम 05 बजकर 06 मिनट पर इसका समापन होगा। 27 मार्च को भाई को टीका करने के लिए दो शुभ मुहूर्त हैं।

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