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आर्य समय संवाददाता, सिवनी। पेंच टाइगर रिजर्व में एक व्यस्क बाघ ने अपने इलाके (टेरेटरी) में घुसे बाघ शावक पर पहले हमला किया, इसके बाद खूंखार बाघ ने शावक को मारकर आधा खा लिया।
घटना की खबर मिलते ही मौके पर वन विभाग के आला अफसर के साथ वेटरनरी डॉक्टर पहुंचे, लेकिन शव परीक्षण और इलाके की सर्चिंग बाद बताया गया कि उक्त बाघ शावक टेरेटरी फाइट का शिकार हो गया है।
कराई गई डाग स्कावड से सर्चिंग
डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने बताया कि बाघ शावक का जहां पर शव मिला था, वहां के करीब एक से डेढ़ किमी की रेंज में हमने डाग स्कावड व अपनी टीम से सर्चिंग कराई है। लेकिन शिकार जैसा कुछ भी नहीं सामने आया है।
डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने बताया कि बाघ शावक का जहां पर शव मिला था, वहां के करीब एक से डेढ़ किमी की रेंज में हमने डाग स्कावड व अपनी टीम से सर्चिंग कराई है। लेकिन शिकार जैसा कुछ भी नहीं सामने आया है।
ग्रामीणों ने बताया कि जिस इलाके में बाघ शावक का शव मिला है वहां पर एक दिन पहले नर व्यस्क बाघ विचरण कर रहा था। जहां बाघ शावक का शव मिला है उससे कुछ दूर ही एक मवेशी का शव आधा खाया हुआ मिला है।
सीसीएफ सहित एनटीसीए के प्रतिनिधि पहुंचे
बताते है कि सिवनी जिले के अंतर्गत पेंच टाइगर रिजर्व के पेंच मोगली अभ्यारण परिक्षेत्र कुरई की बीट गंडाटोला के कक्ष क्रमांक 644 में गश्ती दल को गश्ती के दौरान एक बाघ शावक का शव प्राप्त मिला। शव मिलने की खबर गश्ती दल ने पार्क के वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
बताते है कि सिवनी जिले के अंतर्गत पेंच टाइगर रिजर्व के पेंच मोगली अभ्यारण परिक्षेत्र कुरई की बीट गंडाटोला के कक्ष क्रमांक 644 में गश्ती दल को गश्ती के दौरान एक बाघ शावक का शव प्राप्त मिला। शव मिलने की खबर गश्ती दल ने पार्क के वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
इस पर घटनास्थल पर सीसीएफ एसएस उद्दे, डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह, आशीष पांडेय अधीक्षक पेंच मोगली अभयारण्य, विलास डोंगरे परिक्षेत्र अधिकारी पेंच मोगली अभ्यारण कुरई,श्रीकांत चौधरी एनटीसीए प्रतिनिधि की उपस्थिति में पार्क के वेटरनरी डॉक्टर डॉ. अखिलेश मिश्रा ने बाघ शावक के शव का परीक्षण किया गया।
शव परीक्षण के दौरान डॉक्टर ने उक्त शावक को किसी अन्य बड़े वयस्क वन्यप्राणी द्वारा मारे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि शावक के शव के कंधे के नीचे के लगभग पूरे हिस्से को खाया जा चुका था। बाघ की उम्र करीब 22 माह बताई जा रही है।
सुरक्षित मिले अंग
पार्क प्रबंधन के मुताबिक बाघ शावक के दांत एवं मूंछों के बाल शव के साथ सुरक्षित थे। शव परीक्षण के दौरान फारेंसिंक जांच के लिए सैंपल एकत्रित किए। इसके बाद एनटीसीए की एसओपी का पालन करते हुए शव को पूरी तरह जलाकर नष्ट किया गया।
पार्क प्रबंधन के मुताबिक बाघ शावक के दांत एवं मूंछों के बाल शव के साथ सुरक्षित थे। शव परीक्षण के दौरान फारेंसिंक जांच के लिए सैंपल एकत्रित किए। इसके बाद एनटीसीए की एसओपी का पालन करते हुए शव को पूरी तरह जलाकर नष्ट किया गया।
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