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सतना विधानसभा सीट में बड़ा उलटफेर, चार बार के सांसद व भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह पीछे

मध्य प्रदेश समेत चार राज्यों के चुनावी रिजल्ट आने शुरू हो गए हैं. इस बीच, मध्य प्रदेश के रीवा मंडल के सीटों की बात करें तो सतना विधानसभा सीट बेहद खास है.

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सतना विधानसभा सीट में बड़ा उलटफेर

सतना विधानसभा सीट में बड़ा उलटफेर

सतना : मध्य प्रदेश समेत चार राज्यों के चुनावी रिजल्ट आने शुरू हो गए हैं. इस बीच, मध्य प्रदेश के रीवा मंडल के सीटों की बात करें तो सतना विधानसभा सीट बेहद खास है. यह सीट बीजेपी का गढ़ कही जाती है. बीजेपी ने यहां 1990 से लेकर अब तक कुल 5 बार जीत का स्वाद चखा है. कांग्रेस को सिर्फ दो बार सतना विधानसभा सीट से जीत मिली है.

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सतना विधानसभा में सातवें राउंड की काउंटिंग में कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धार्थ कुशवाहा को 2514 वोट मिले हैं. यहां से बीजेपी उम्मीदवार गणेश सिंह को 24478 वोट मिले हैं. सातवें राउंड में कांग्रेस उम्मीदवार यहां से 666 वोटों से आगे चल रहे हैं.

सतना विधानसभा में बीजेपी उम्मीदवार गणेश सिंह पहले राउंड की काउंटिंग में 2732 वोट मिले हैं. इसके साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धार्थ कुशवाहा को 2716 वोट मिले हैं. बीजेपी उम्मीदवार गणेश सिंह कांग्रेस उम्मीदवार से मात्र 26 वोटों से आगे चल रहे हैं.

इस बार भारतीय जनता पार्टी ने सतना विधानसभा से सांसद गणेश सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर अभी कांग्रेस का कब्जा है. कांग्रेस से सीट छीनने के लिए बीजेपी ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. इसका नतीजा ये रहा कि सतना सीट पर बीजेपी को अपने सांसद को विधानसभा का चुनाव लड़वाना पड़ा.

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यदि दोनों ही उम्मीदवारों के चुनावी प्रचार की बात करें तो रैलियों और जनसभाओं में अपार जनसमर्थन मिला है. अब देखना ये होगा कि ये जनसमर्थन उम्मीदवारों के पक्ष और वोटिंग में कितना तब्दील होता है? इस सीट पर बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) समर्थित वोटर भी काफी संख्या में है. जो कि सीट का चुनावी गणित बिगाड़ देता है.

पिछले बार के चुनावी रिजल्ट पर गौर करें तो कांग्रेस उम्मदीवार सिद्धार्थ कुशवाहा को 60,105 वोट मिले थे. बीजेपी उम्मीदवार को 47,547 वोट मिले थे. बसपा उम्मीदवार के पक्ष में 35,064 वोट पड़े थे. कांग्रेस उम्मीदवार ने 12 हजार के वोटों से बीजेपी उम्मीदवार शंकरलाल तिवारी को हरा दिया था. वह यहां से तीन बार के विधायक भी रह चुके थे.

रीवा मंडल की इस सीट को शुरू से ही बीजेपी का गढ़ कहा जाता रहा है. बीजेपी के शंकर लाल तिवारी यहां से 2003, 2008 और 2013 में चुनावी जीत दर्ज की थी. इसके बाद कांग्रेस ने इस सीट पर कब्जा कर लिया. बसपा वोटर्स इस सीट का गणित बिगाड़ देता है. पिछली बार के नतीजों में बसपा के समर्थन में 30 हजार से ज्यादा वोट पड़े थे, जो कि बीजेपी उम्मीदवार की हार का बड़ा कारण बना था.

इस सीट के वोटर्स की बात करें तो 2018 के विधानसभा चुनाव में 1,23,370 पुरुष मतदाताओं ने वोट डाला था. महिला वोटर्स की संख्या 1,09,127 थी. सतना विधानसभा सीट पर कुल वोट 1,60,414 पड़े थे. जो कि 69.4 प्रतिशत था.

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