एसडीएम की हत्या की गई थी और आरोप उनके पति मनीष शर्मा पर है। पति ने तकिए से मुंह दबाकर एसडीएम पत्नी को मार डाला था। पुलिस इस मामले में 24 घंटे में खुलासा कर दिया है।
आईजी बालाघाट मुकेश श्रीवास्तव ने सोमवार 29 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे हत्याकांड की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सबूत को छिपाने के लिए पति ने घटना के बाद कपड़ों को वाशिंग मशीन में धोने डाला और सुखाया भी है। आईजी के मुताबिक पुलिस को मिले सबूत के आधार पर पति मनीष शर्मा (45) के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज कर हिरासत में ले लिया गया है।
आरोपी मनीष शर्मा, उम्र 45 साल, निवासी ग्वालियर के खिलाफ अपराध आईपीसी की धारा 302,304बी, 201 के तहत आरोपी बनाया गया है। प्रकरण में डीआईजी बालाघाट रेंज ने जांच करने वाले पुलिसकर्मियों को 20 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि मृतक एसडीएम की बहन नीलिमा की ने भी भी पति पर ही हत्या करने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया था कि पति मनीष शर्मा एसडीएम पत्नी के साथ मारपीट करता था और पैसों के लिए परेशान करता था।
गौरतलब है कि गत रविवार को करीब चार बजे शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पति मनीष शर्मा ही एसडीएम निशा नापित को लेकर गया था। वहां पर डॉ. रत्नेश द्विवेदी ने उनकी जांच की तो बताया कि निशा की मौत पहले ही हो चुकी है। हालांकि, उन्होंने कहा था कि मौत के कारणों की पुष्टि पोस्टमॉर्टम के बाद ही हो सकेगी। सोमवार को पोस्ट मार्टम हुआ तो उसमें पता चला कि निशा नापित की हत्या हुई थी।
मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुआ था परिचय, मंडला में हुई थी शादी-
पुलिस का कहना है कि ग्वालियर निवासी 45 वर्षीय मनीष शर्मा से निशा का परिचय मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुआ था। दोनों की शादी तीन अक्तूबर 2020 को हुई थी। दोनों ने मंडला के गायत्री मंदिर में शादी की थी।
सर्विस रिकॉर्ड में नामिनी बनाने बना रहा था दबाव -
निशा और मनीष के बीच कई बातों को लेकर विवाद हो रहा था। मनीष चाहता था कि निशा अपने सर्विस रिकॉर्ड समेत अन्य जगहों पर नॉमिनी के तौर पर उसका नाम दर्ज करें। निशा इस बात को लेकर राजी नहीं थी। इसी बात को लेकर रविवार को भी दोनों में विवाद हुआ था और मनीष ने निशा की हत्या कर दी।