आर्य समय संवाददाता,जबलपुर। दरअसल शनिवार 30 मार्च को हिंदू धर्म सेना के कार्यकर्ताओं के साथ मूलतः भोपाल निवासी मुस्लिम युवक अजीज अल हसन और पूरे रीति रिवाजो के साथ सनातन धर्म में शामिल होकर अनय ठाकुर बन गया है।
इस संबंध में युवक अनय ठाकुर (अजीज) ने बताया कि बचपन से ही उसका रुझान सनातन धर्म की ओर था। उसकी शिक्षा भी सरस्वती शिशु मंदिर से हुई, और तभी से ही उसका रुझान सनातन धर्म की ओर हो गया था।
देश में दौड़ रही सनातनी लहर -
हिंदू धर्म सेना के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने बताया कि जिस दिन से अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। उसे दिन से पूरे देश में सनातनी लहर दौड़ रही है। इसी क्रम में दो युवको ने मुस्लिम धर्म छोड़ते हुए पूरे रीति रिवाज के साथ हिंदू धर्म को अपनाया है।
इन युवकों में से एक भोपाल का है, तो दूसरा जबलपुर का। उन्होंने कहा कि चाहे मुस्लिम हो या फिर क्रिश्चियन, सभी के पूर्वज हिंदू थे। उन्होंने सभी अपील करते हुए कहा कि अन्य धर्म के जो भी लोग हिंदू धर्म में आना चाहते है, हिंदू धर्म सेना उनका पूरा साथ देगी।
पहले ही अपना लिया था सनातन धर्म
हाल ही में एक युवक मुस्लिम धर्म छोड़ हिंदू धर्म में शामिल हुआ था। लेकिन कुछ दिनों बाद उसने मुस्लिम धर्म को दोबारा अपना लिया था। मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे गए इस सवाल पर अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने कहा कि यह कोई षड्यंत्र नहीं है। जिन दो युवकों ने आज सनातन धर्म को अपनाया है। उनमें से एक युवक ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर से की है। जिसे तभी से ही सनातन धर्म की ओर जाने रुझान था। वही दूसरा युवक बचपन से ही अनाथ है, और उसे भी शुरू से ही सनातन धर्म अपने की इच्छा थी। योगेश अग्रवाल ने बताया कि जबलपुर में रहने वाला युवक सड़क पर नारियल पानी की दुकान लगता है, जो मां रेवा के नाम से है। इससे यही जाहिर होता है कि उसने पहले ही सनातन धर्म को अपना लिया था।
जिला प्रशासन पर लगाए आरोप
एक धर्म से दूसरे धर्म में जाने वाले लोग सर्टिफिकेट पाने सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट-काट परेशान हो जाते हैं। इस सवाल पर हिंदू धर्म सेना के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि जबलपुर जिला प्रशासन को इस संबंध में जानकारी नहीं है। उनके संगठन के सदस्यों द्वारा कई बार इस विषय में मुलाकात की जा चुकी है। परंतु अधिकारी उल्टा उन्ही से पूछ लेते हैं कि ऐसा कोई प्रावधान हो तो हमें बताइए।