आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। खजिन माफिया ने जंगल में कई किलोमीटर तक कच्चा रास्ता बनाया है। मार्ग बनाने के लिए छोटे-बड़े पेड़ भी काटे गए हैं। कार्रवाई टीम के पहुंचते ही माफिया के गुर्गे घने जंगल का लाभ उठा भागने में सफल हो गए। जप्त मशीन के जरिए उसके
मालिक तक पहुंचने के लिए टीम ने परिवहन विभाग को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है।
कार्रवाई के लिए जंगल पहुंची टीम को ग्राम पंचायत सेलवारा के लोगों ने पूछताछ में बताया कि बीते कुछ दिनों ने जंगल में दबंगों द्वारा खनन का कार्य किया जा रहा है ग्रामीण पूछताछ के लिए जाते हैं, तो कह दिया जाता है कि शासकीय कार्य चल रहा है।
मझगवां, सिलौडी, गिदुरहा एवं सेलवारा के आसपास रहने वाले लोग ही रेड ऑक्साइड खोदकर हाईवा से उसका परिवहन करते हैं। ग्रामीणों ने टीम से मांग करते हुए कहा कि खनिज माफिया पर प्रभावी कार्रवाई हो, ताकि क्षेत्र में बगैर प्रशासन की अनुमति के कोई भी खनन न करे।
रेड ऑक्साइड का जहां खनन किया जा रहा था, वह सेलवारा का तालाब स्वीकृत है। मशीन लगाकर रेड ऑक्साइड निकालने की सूचना वन विकास निगम के अधिकारियों को मिली, जिसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी कुंडम ,वन परिक्षेत्र अधिकारी सिहोरा एवं वन विकास निगम सिहोरा की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है।
बेशकीमती खनिज है रेड ऑक्साइड -
लाल ऑक्साइड पाउडर का उपयोग कई उद्योगों द्वारा किया जाता है, यह एक अकार्बिनक यौगिक है जो जिले के मझगवां क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों मेें पाया जाता है। रेड ऑक्साइड पेंट उद्योग में सबसे लोकप्रिय खनिजों में से एक है। यह रंगद्रव्य है जो हर पेंट, कोटिंग, पाउडर और प्राइमर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। लाल ऑक्साइड का एक और बहुत महत्वपूर्ण उपयोग लौह और इस्पात उद्योगों और विभिन्न अन्य मिश्र धातुओं की विनिर्माण प्रक्रि या में फीडस्टॉक के रूप में होता है।
रात में मुखबिर से सूचना मिली कि जोली के जंगल में वन सीमा में 2 से 3 किलोमीटर तक जंगल से रास्ता बनाकर पोकलेन मशीन द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए टीम ने मौके से पोकलेन मशीन जप्त की गई है,आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।
मनीष रोर, वन विकास निगम, प्रभारी परियोजना परिक्षेत्र अधिकारी