आर्य समय संवाददाता, जबलपुर। भारत सरकार ने छोटे कारोबारियों की मदद के लिए मुद्रा लोन की व्यवस्था की है ताकि बेरोजगार को राजेगार से जोड़कर उद्यमी बनाया जा सके। दस्तावेजी कार्रवाई के बाद बैंक के माध्यम से मिलने वाली राशि का डकारने के लिए ठगबाजों की गैंग भी सक्रिय है।
बैंक में फरियादी के दस्तावेज लगाकर खुद के एकाउंट में 10 लाख रुपए लेने वाले जालसाज के विरूद्ध अधारताल पुलिस ने धारा 420,34 का अपराध पंजीबद्ध करते हुए उसकी तलाश शुरु कर दी है।
अंहिसा चौक विजय नगर निवासी रामचंद्र भटीजा ने अधारताल थाना में शिकायत आवेदन देते हुए पुलिस को बताया कि उसने मुद्रा लोन लेने के लिए प्रयास कर रहा था, तभी एक परिचित की मैडम जिनका नाम सीमा शेख से संपर्क किया गया।
सीमा शेख ने एक सुमित पांडे नाम के लड़के से मिलवाया। सुमित ने बताया कि वह पंजाब नेशनल बैंक अधारताल में कार्य करता है। आपको वहां से लोन दिलवा दूंगा सुमित पांडे द्वारा फार्म भरवाया गया। मेरे से एक दुकान के कोटसन पर भी दस्तखत लिये एवं कहा गया कि तुम्हारा मुद्रा स्वीकृत हो गया है, जल्द ही लोन मिल जाएगा।
कारोबार के लिए जहां से आपको सामान लेना है, उसके पास रकम पहुंच जाएगी।आप मशीनरी लेकर अपना व्यवसाय शुरु कर सकेंगे। स्वीकृत दिनांक के बाद जिस दुकान का कोटेशन था सामान लेने पहुंचा तो दुकान संचालक ने बताया की रुपए तो सुमित पांडे ले गया है।
सुमित से रुपए देने की बात कही तो वह आज कल करते हुए 2 माह तक टालता रहा। अब सुमित द्वारा धमकी दी जा रही है, कि अगर उसने कही भी यह बात बताई तो जान से मार देगा।
बेरोजगारों से ठगी का पूरा सिंडीकेट-
बेरोजगार और जरूरतमंदों से ठगी करने वालों के कई गिरोह शहर में सक्रिय है। हाल ही में हनुमानताल पुलिस ने जीवित महिला के नाम पर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर रूपए निकालने वालों के विरुद्ध अपराध दर्ज किया था।
हनुमानताल पुलिस के साथ नगर निगम के अधिकारी इस मामले की विस्तृत जांच में अभी भी जुटे हुए हैं।
दुकानदारों और ट्रेडर्स के लिए मुद्रा लोन
जिन लोगों को अपनी दुकान चलाने, सर्विस एंटरप्राइज, कारोबार और व्यापार करने, और गैर-कृषि कार्य करने के लिए पैसों की जरूरत है जिससे उन्हें आमदनी हो सके, वे लोग मुद्रा लोन ले सकते हैं।
इसी तहर किसानी जैसे मधुमक्खी पालन, मछली पालन, मवेशी, छंटाई, कृषि क्लिनिक जैसे कार्यों के लिए लोग मुद्रा लोन लेते हैं।