Jabalpur News: बुधवार की शाम 7.30 से 7.42 तक ब्लैक आउट
Jabalpur News: Blackout on Wednesday evening from 7.30 to 7.42

आर्य समय संवाददाता जबलपुर। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में उपजे तनाव के बीच केंद्र सरकार के निर्देशानुसार देश भर में बुधवार को मॉक ड्रिल होगी। इसके तहत मध्यप्रदेश के चुनिंदा शहरों में मॉक ड्रिल की जाएगी। इनमें राजधानी भोपाल के अलावा जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर, कटनी जिला शामिल है। जबलपुर में प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है। इसके तहत बुधवार को पूरे शहर की बिजली 10 मिनट के लिए बंद कर दी जाएगी।
कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में मंगलवार को सिविल डिफेंस की तैयारियों के संबंध में कलेक्टर सभागार में बैठक आयोजित की गई। जिसमें आपात स्थिति में नागरिक सुरक्षा के लिए 7 मई को आयोजित होने वाले मॉक ड्रिल के संबंध में चर्चा कर उसकी तैयारियों के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान एयरपोर्ट, आर्मी, रक्षा संस्थान, सिविल डिफेंस, हेल्थ, इलेक्ट्रिसिटी आदि अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे, जिसमें सभी ने आपदा के समय अपनी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि नागरिक सुरक्षा के लिए 7 मई को शाम 4 बजे मॉक ड्रिल की तैयारी होगी तथा शाम 7.30 बजे से 7.42 तक ब्लैक आउट रहेगा। इसका मुख्य उद्देश्य जनता को जागरूक करना है।
इसके लिए सायरन बजेगा। लोग स्वयं अपने-अपने घरों के बाहर की लाईट बंद करेंगे, साथ ही शासकीय व अशासकीय सभी संस्थान बाहर की लाईट बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलने वाले वाहनों की लाईट भी उक्त अवधि के दौरान बंद रखा जाये । इस ब्लैकआउट का मुख्य उद्देश्य यह अभास कराना है कि उक्त क्षेत्र अवासीय नहीं है।
उन्होंने विशेष रूप से कहा कि बाहर जाने वाली रौशनी को बंद करने के लिए लोग जागरूक रहे यह होटल, माल व दुकानों में तथा अन्य संस्थानों में भी करें और विपरीत परिस्थितियों से बचने के लिए जागरूक रहें। उन्होंने कहा कि ज्यादातर लाइट से एयर अटैक की संभावना रहती है, अत: इन परिस्थितियों को समझें और नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से जागरूक रहें।
कलेक्टर श्री सक्सेना ने कहा कि आपदा के दौरान आग बुझाने, मरीजों को व्यवस्थित जगह रखने, पशुधन की सुरक्षा, पेयजल व खाद्य सामग्री की उपलब्धता आदि अनेक बातों पर भी ध्यान रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की भागीदारी से यह मॉक ड्रिल का अभ्यास किया जायेगा और आपदा की स्थिति में पुलिस कंट्रोल रूम के साथ-साथ कलेक्ट्रेट में भी कंट्रोल रूम बनाया जायेगा।
गंभीर आपदा की स्थिति में ब्लॉक स्तर पर भी कंट्रोल रूम बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने के लिए डिजास्टर प्लान को अपडेट कर सिविल डिफेंस में एप्लाई करेंगे। हॉस्पिटल के छत पर रेड क्रॉस के निशान लगाये जायेंगे। कलेक्टर ने कहा कि यह मॉक ड्रिल आम जनता को जागरूक करने के लिए है इसे पैनिक न बनाया जाये।
उन्होंने विशेष रूप से जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए निर्धारित समय में 12 मिनट ब्लैक आउट लोग स्वयं करें। उन्होंने कहा कि सायरन व रेड सिग्नल होते ही लोग अपने घरों की बाहर की लाइटें बंद कर दें तथा ग्रीन सिग्नल होने पर चालू कर सकते हैं। साथ ही कहा कि किसी भी क्षेत्र में सायरन बजता है तो वहां आपदा से निपटने के लिए तत्पर रहें।