आर्य समय संवाददाता, डिंडौरी। नया दायित्व मिलने के बाद प्रथम प्रवास पर प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा व जिले के प्रभारी मंत्री Dr Mohan Yadav ने डिंडोरी पहुंचे थे। प्रभारी मंत्री ने डिंडौरी -अमरपुर मार्ग (उन्नयनीकरण) का भूमिपूजन किया। बताया जाता है कि उनके द्वारा कई अन्य कार्यों का भूमि पूजन किया गया। लेकिन इन कार्यक्रमों में क्षेत्रीय विधायक एवं कांग्रेस विधायक ओंकार सिंह को नहीं आमंत्रित किया गया।जिससे खफा विधायक उस जगह जा पहुंचे जहां से मंत्री का काफिला गुजरना था।
विधायक ओंकार सिंह को देखते ही प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया।पहले कलेक्टर ने उन्हें आगे जाने से रोका तो विधायक सड़क पर बैठ गए। फिर क्या था मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने मंत्री का काफिला आने के पहले उनके हाथ - पैर पकड कर उठाया और सड़क किनारे बैठा दिया।अब इस घटना क्रम को लेकर प्रदेश की राजनीति गर्माई हुई है।
इस मामले में विधायक ओंकार सिंह का कहना है कि प्रोटोकॉल के तहत जब प्रभारी मंत्री जिले के दौरे पर होते हैं तो स्थानीय विधायक एवं सांसद को बुलाया जाता है। किंतु मुझे निवर्तमान विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद भी प्रभारी मंत्री से नहीं मिलने दिया गया। पुलिस प्रशासन द्वारा मुझे प्रभारी मंत्री से मिलने से रोका गया, मुझे पुलिस प्रशासन द्वारा अनैतिक रूप से रोकना, मेरे संवैधानिक अधिकारों का हनन है।
मत भूलिए आज के बाद कल भी आता है...
चूँकि मेरा क्षेत्र आदिवासी बहुल है और पिछड़ा हुआ है। मैं मंत्री से मिलकर अपने क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं को उनके समक्ष रखता व उनके सुदृढ़ीकरण की माँग करता, जिसे करने से मुझे रोका गया, जो कि घोर निंदनीय है। मेरे विधानसभा क्षेत्र की आदिवासी बहुल जनता एवं यहाँ के एक एक नागरिक का अपमान है, सत्ता के नशे में चूर शिवराज सिंह जी और प्रभारी मंत्री मोहन यादव यह मत भूलिए आज के बाद कल भी आता है।