जबलपुर। पुलिस अलग-अलग 3 टीमें पीड़ित परिवार के बेहद करीबी, परिचित, अपरिचित एवं नशेड़ी गैंग से सघन पूछताछ कर रही है।जघन्य हत्याकांड के बाद से पूरे गांव में अब भी मातम सा पसरा हुआ है। बच्ची का अपहरण कर उसकी हत्या का गुस्सा अभी भी लोगों के सीने में धधक रहा है। गांव की महिलाओं ने हत्यारों को पकड़ने के लिए एकजुट होकर पुलिस से मांग की है कि जल्द से जल्द आरोपी को पकड़ा जाए।
गांव की महिलाओं का कहना है कि इस जघन्य वारदात के बाद से पूरे गांव में दहशत बनी हुई है, बच्चों को घर से बाहर निकालने में डर लगता है।एएसपी सोनाली दुबे ने बीते कई दिनों से पनागर में ही डेरा डाल लिया है। एसपी आदित्य प्रताप सिंह जांच टीम से सुबह-शाम फीडबैक ले रहे हैं। मासूम की मां बार-बार एक ही बात रही है कि ‘फूल सी प्यारी बेटी’ से सिर्फ चंद पल के लिए मेरी नजर क्या हटी वह गायब हो गई।
कुछ घंटे बाद खबर लगती है कि उसकी लाश तालाब में पड़ी हुई है। बच्ची की लाश को सबसे पहले गांव में रहने वाले महेन्द्र यादव देखी, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। बच्ची की मां ने पुलिस को बताया कि 26 मार्च की शाम 6:30 बजे थे, रोज की तरह घर के आंगन में दीपक जलाकर पूजा कर रही थी।
घर से 100 मीटर दूर सार्इं मंदिर में रोज की तरह पूजा हो रही है, बेटी ने कहा प्रसाद लेकर आती हूं। अकेले जाने को मना किया तो बच्ची जिद करने लगी। मैं वहीं पर खड़े होकर बेटी को मंदिर जाते हुए देखने लगी, इसी बीच मैं 2 मिनिट के लिए घर के अंदर गई और जब बाहर आई तो बेटी मंदिर में नहीं दिखी। लालू नाम का व्यक्ति रोज मंदिर में पूजा करने जाता था, लालू से पूछा कि तुमने लड़की को देखा है तो उसने कहा कि वह मंदिर में अभी दिखी थी।
लाइसेंस कहीं का,दुकान कहीं-
निपानिया सरपंच दिनेश कुशवाहा का कहना है कि 2 साल पहले जब गांव के चौराहे में शराब दुकान स्थापित की जा रही थी, तब बहुत विरोध हुआ था, जिस चौराहे में शराब दुकान है, वह चार गांव को जोड़ता है। गांव में रहने वाली महिलाएं-बच्चियां इसी चौराहे से होकर गुजरती हैं। सुबह से ही यहां दारूखोरों की जमात बैठी रहती है। गांव में जो शराब दुकान खुली है उसका लाइसेंस 10 किलोमीटर दूर छत्तरपुर का है।
मासूम के चेहरे पर थे नाखून के निशान-
पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मासूम को गला दबाकर मारा गया है। बच्ची के पिता ने पुलिस को बताया था कि जिस समय बच्ची का शव तालाब में मिला था, तब उसके चेहरे में नाखून के निशान थे, बच्ची का सिर एक तरफ से काला पड़ चुका था, संभवत: बच्ची के सिर को जमीन मे पटका गया है।